महू क्षेत्र के प्रसिद्ध पातालपानी के घने जंगलों में एक तेंदुए द्वारा बछड़े का शिकार किए जाने की सनसनीखेज घटना सामने आई है। वन विभाग को रविवार सुबह करीब 9 बजे इसकी सूचना मिली, जिसके बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया।
सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुँची
जैसे ही सूचना मिली, महू वन परिक्षेत्र की टीम तुरंत मौके पर रवाना हुई। घटनास्थल पर पहुँचते ही अधिकारियों को एक मृत बछड़ा मिला, जिसका आधा शरीर पहले ही तेंदुआ खा चुका था। घटना के बाद से ही आसपास के गांवों में दहशत का माहौल है, क्योंकि यह इलाका पर्यटन और आदिवासी बस्तियों के भी काफी करीब है।
शिकार का अंदाज़ और तेंदुए की मौजूदगी के संकेत
जांच के दौरान वन अधिकारियों ने बताया कि तेंदुए ने बछड़े पर पिछली रात या अलसुबह हमला किया होगा। घटनास्थल पर तेंदुए के पंजों के निशान और खून के धब्बे साफ दिखाई दे रहे थे। मृत बछड़े के शरीर के पिछले हिस्से को बुरी तरह से नोचा गया था, जिससे साफ होता है कि तेंदुआ आराम से बैठकर शिकार का उपभोग कर रहा था।
बछड़ा किसका था, पता लगाने की कोशिश जारी
फिलहाल वन विभाग यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि मारा गया बछड़ा किस किसान का था। आसपास के गांवों के ग्रामीणों से पूछताछ की जा रही है। अनुमान लगाया जा रहा है कि यह बछड़ा खुले में चरते समय तेंदुए की नजर में आ गया होगा।
ग्रामीणों को सतर्क रहने की अपील
इस घटना के बाद वन विभाग ने स्थानीय लोगों और चरवाहों को सतर्क रहने की सलाह दी है। खासकर रात के समय जंगल के नजदीक पशुओं को न चराने और अकेले जंगल में न जाने की चेतावनी दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि तेंदुआ अभी भी क्षेत्र में मौजूद हो सकता है और दोबारा हमला कर सकता है।
सीसीटीवी या ट्रैप कैमरा लगाने की तैयारी
वन विभाग अब घटनास्थल के आसपास ट्रैप कैमरे लगाने की योजना बना रहा है ताकि तेंदुए की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। यदि तेंदुआ आदतन शिकारी साबित हुआ, तो उसे पकड़ने की भी कार्रवाई की जाएगी।