Shubhman Gill: भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने शुभमन गिल के आलोचकों को जमकर आड़े हाथों लिया और उनकी कड़ी आलोचना करने वालों पर कड़ा बयान दिया। गंभीर ने उन लोगों को जवाब दिया जिन्होंने गिल के नेतृत्व और तकनीकी फैसलों पर सवाल उठाए थे, खासकर इंग्लैंड में चल रही टेस्ट सीरीज़ के दौरान। गिल, जो अपने शानदार बल्लेबाजी कौशल के लिए प्रसिद्ध हैं, को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था, लेकिन गंभीर ने उनका समर्थन करते हुए कहा कि यह आलोचना पूरी तरह से गलत है और यह क्रिकेट को समझने की कमी को दर्शाती है।
Shubhman Gill ने किया शानदार शतक
गिल, जिन्होंने ओल्ड ट्रैफर्ड में चौथे टेस्ट में अपनी बल्लेबाजी से भारत को एक उत्साहवर्धक ड्रॉ दिलाने में अहम भूमिका निभाई, ने एक संजीदगी से शतक जमाया। इस शतक की बदौलत भारत ने न केवल हार से बचा लिया, बल्कि पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ को भी जीवित रखा।
गौतम गंभीर ने पोस्ट-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “सबसे पहले, शुभमन गिल की प्रतिभा पर कोई संदेह नहीं होना चाहिए। जो लोग गिल की काबिलियत पर सवाल उठा रहे हैं, उन्हें क्रिकेट की समझ नहीं है, वे सिर्फ बातें करना जानते हैं। कुछ खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना स्थान बनाने में समय लगता है, और इस टीम में किसी को भी गिल से जो उम्मीदें थीं, वो पूरी होती दिख रही हैं।”
गंभीर ने यह भी कहा कि अगर गिल ने शतक नहीं भी लगाया होता, तो भी टीम उनके टैलेंट को समर्थन देती, क्योंकि टीम को पता है कि उनके पास क्षमता है। उन्होंने यह बयान भी दिया कि, “जिन्हें सच में क्रिकेट की समझ है, वे हमेशा गिल की काबिलियत को पहचानते रहे हैं। अब वह इसे साबित भी कर रहे हैं।”
Shubhman Gill कप्तानी के दबाव पर गौतम गंभीर की राय
गिल की कप्तानी पर भी कई सवाल उठे थे, खासकर इंग्लैंड की पहली पारी में 311 रन की बढ़त हासिल करने के बाद। कुछ विशेषज्ञों ने गिल के फैसलों की आलोचना की, जैसे कि अनशुल कम्बोज को गेंदबाजी की शुरुआत देने का निर्णय, और वॉशिंगटन सुंदर को देर से लाने का कदम, जबकि इंग्लैंड का शीर्ष क्रम तेजी से रन बना रहा था।
इस पर गंभीर ने अपनी बात स्पष्ट करते हुए कहा, “जहां तक कप्तानी के दबाव की बात है, मुझे नहीं लगता कि आप उसे बैटिंग करते हुए देखेंगे। जब वह बैटिंग के लिए जाते हैं, तो वह एक बल्लेबाज के तौर पर ही मैदान पर उतरते हैं, कप्तान के तौर पर नहीं।”
Shubhman Gill का शतक और भारत की संघर्षपूर्ण वापसी
शुभमन गिल ने इस सीरीज़ के चौथे शतक के साथ ही इंग्लैंड में एक टेस्ट सीरीज़ में 700 रन से अधिक बनाने वाले पहले एशियाई बल्लेबाज बनने का रिकॉर्ड भी बनाया। हालांकि, इंग्लैंड ने पहली पारी में 311 रन की बढ़त हासिल की थी और भारत को एक भारी घाटे का सामना करना पड़ा। लेकिन गिल की कप्तानी में भारतीय टीम ने संघर्ष किया और गिल के शानदार 103 रनों की पारी ने टीम को संकट से बाहर निकाला। इसके बाद रविंद्र जडेजा (107 नाबाद) और वॉशिंगटन सुंदर (101 नाबाद) ने अंतिम सत्र में बल्लेबाजी की और भारत को ड्रॉ तक पहुंचाया।