FIDE Women World Cup Champion: भारत की युवा शतरंज खिलाड़ी दिव्या देशमुख ने इतिहास रचते हुए FIDE महिला विश्व कप का खिताब अपने नाम कर लिया है। उन्होंने फाइनल में भारत की ही अनुभवी ग्रैंडमास्टर कोनेरु हम्पी को रोमांचक टाईब्रेक में 2.5-1.5 से हराकर यह ऐतिहासिक जीत दर्ज की। इस जीत के साथ ही दिव्या इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट को जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई हैं।
FIDE Women World Cup Champion: ग्रैंडमास्टर का दर्जा और 50,000 डॉलर की पुरस्कार राशि
19 वर्षीय इंटरनेशनल मास्टर (IM) दिव्या देशमुख को अब ग्रैंडमास्टर (GM) का खिताब भी प्रदान किया जाएगा। वह भारत की 88वीं ग्रैंडमास्टर बनने जा रही हैं। इसके अलावा, उन्हें विजेता के तौर पर 50,000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि भी मिलेगी।
FIDE Women World Cup Champion: फाइनल में रोमांचक मुकाबला
फाइनल मुकाबले की दोनों क्लासिकल गेम्स ड्रॉ पर खत्म हुई थीं, जिससे स्कोर 1-1 रहा। इसके बाद निर्णायक के लिए दोनों खिलाड़ियों के बीच दो रैपिड टाईब्रेक गेम्स खेले गए।
पहले रैपिड गेम में दिव्या को सफेद मोहरों से खेलने का मौका मिला, जो उन्हें टॉस में मिली बढ़त के कारण प्राप्त हुआ था। उन्होंने आक्रामक अंदाज में शुरुआत की और हम्पी को शुरुआती समय में ही घड़ी पर दबाव में ला दिया। हालांकि, अनुभव की धनी हम्पी ने सूझबूझ के साथ खेलते हुए मुकाबले को ड्रॉ तक खींच लिया।
दूसरे रैपिड गेम में भी कुछ वैसा ही रोमांच देखने को मिला। दिव्या ने एक बार फिर हम्पी को समय के संकट में धकेल दिया। खेल के 30वें मूव तक हम्पी के पास केवल एक मिनट शेष था, जबकि दिव्या के पास छह मिनट से ज्यादा का समय था।
FIDE Women World Cup Champion: निर्णायक क्षण
40वें मूव पर हम्पी से एक छोटी सी चूक हुई, जिससे दिव्या को अपनी क्वीन को सक्रिय करने और जीत की दिशा में बढ़ने का मौका मिला। मुकाबला रुक एंडगेम में पहुंच गया, जहां दिव्या के पास एक अतिरिक्त प्यादा था। आखिरी समय में हम्पी की एक और गलती ने दिव्या को बढ़त दिला दी और उन्होंने इस मौके का पूरा फायदा उठाकर मुकाबला अपने नाम कर लिया।
FIDE Women World Cup Champion: एक ऐतिहासिक उपलब्धि
दिव्या देशमुख की यह जीत भारतीय शतरंज के इतिहास में मील का पत्थर मानी जा रही है। उन्होंने न केवल एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी को हराया, बल्कि अपने धैर्य, रणनीति और साहस से यह दिखा दिया कि युवा प्रतिभा किस कदर विश्व मंच पर छा सकती है।
FIDE Women World Cup Champion: क्या बोले विशेषज्ञ?
शतरंज विशेषज्ञों का मानना है कि दिव्या की यह जीत भारतीय महिला शतरंज के लिए एक नया अध्याय है। कोनेरु हम्पी जैसे दिग्गज को हराकर उन्होंने यह साबित कर दिया है कि भारत की अगली पीढ़ी तैयार है और अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश का नाम रोशन करने को तत्पर है।