Sachin Tendulkar: भारतीय क्रिकेट टीम ने चौथे टेस्ट मैच के अंतिम दिन ओल्ड ट्रैफर्ड में जो जुझारूपन और धैर्य दिखाया, उसने न केवल टेस्ट को ड्रॉ कराने में मदद की, बल्कि सीरीज़ को भी जीवंत बनाए रखा। इसी शानदार प्रदर्शन की सराहना करते हुए क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर ने टीम इंडिया को बधाई दी और खिलाड़ियों के जज़्बे की खुलकर तारीफ़ की।
Sachin Tendulkar ने की तारीफ
इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज़ के चौथे टेस्ट में भारत बेहद कठिन स्थिति में था। पहली पारी में 311 रनों की बढ़त गंवाने के बाद, दूसरी पारी की शुरुआत भी निराशाजनक रही—दोनों सलामी बल्लेबाज़ बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। ऐसे में भारत के सामने मैच बचाने की चुनौती थी, और इस चुनौती को शुबमन गिल, केएल राहुल, रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर ने मिलकर स्वीकार किया।
गिल (103 रन, 238 गेंद), राहुल (90 रन, 230 गेंद), जडेजा (107*, 185 गेंद) और सुंदर (101*, 206 गेंद) की ठोस पारियों ने भारत को उस स्थिति से बाहर निकाला, जहां से हार लगभग तय मानी जा रही थी।
Sachin Tendulkar का ट्वीट
सचिन तेंदुलकर ने मैच के बाद ट्वीट करते हुए लिखा:
“जब बात भारत और इंग्लैंड की होती है, तो ओल्ड ट्रैफर्ड सीरीज़ को जीवित रखने के लिए जाना जाता है। शानदार वापसी के लिए टीम इंडिया को बधाई। @klrahul, @ShubmanGill, @imjadeja और @Sundarwashi5 ने अद्भुत जज्बा और संघर्ष दिखाया। फाइनल टेस्ट के लिए शुभकामनाएं। Go India! 👍”
Sachin Tendulkar: इंग्लैंड की रणनीति, भारत की दृढ़ता
चौथे दिन सुबह के सत्र में इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स और तेज गेंदबाज़ जोफ्रा आर्चर ने गिल और राहुल को आउट कर मैच को अपने पक्ष में मोड़ने की कोशिश की। लेकिन इसके बाद जडेजा और सुंदर ने मोर्चा संभाल लिया और दो से अधिक सत्र तक क्रीज पर टिके रहे।
खेल के अंतिम घंटे से ठीक पहले, जब दोनों बल्लेबाज़ अपने-अपने शतक की ओर बढ़ रहे थे, तब इंग्लैंड के कुछ खिलाड़ियों ने संकेत दिया कि मैच समाप्त किया जा सकता है। लेकिन भारत ने खेलने का फैसला किया और दोनों बल्लेबाज़ों ने अपने शतक पूरे किए।
इंग्लैंड के खिलाड़ी हैरी ब्रूक ने बाद में गेंदबाज़ी में ढिलाई बरती, जो भारत के आगे खेलने के फैसले से उनकी नाराजगी को दर्शाता था। पांचवें दिन की पिच पर ज्यादा मदद नहीं थी, हालांकि सुबह के सत्र में कुछ असमान उछाल और सीम मूवमेंट जरूर देखने को मिला। गिल और राहुल के आउट होने के बाद लग रहा था कि भारत मुश्किल में पड़ सकता है, लेकिन मिडिल ऑर्डर के धैर्य और तकनीकी कौशल ने स्थिति संभाल ली।