प्रकाश सोलंके का जातिगत टिप्पणी वाला बयान, पार्टी पर बड़ा सवाल

प्रकाश सोलंके : महाराष्ट्र के बीड जिले के माजलगांव से एनसीपी विधायक प्रकाश सोलंके ने कहा कि उन्हें मंत्री बनने का मौका इसलिए नहीं मिला क्योंकि वो मराठा जाति से आते हैं।उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी ने हमेशा ओबीसी नेताओं को प्राथमिकता दी और मराठा समाज को नजरअंदाज किया। चार बार विधायक रहने के बाद भी उन्हें मौका नहीं मिला। सोलंके ने कहा कि उनकी जाति ही उनके मंत्री बनने में बाधा बनी।

मुझे मौका नहीं, मुंडे की वापसी, सोलंके का पार्टी पर तंज

एनसीपी विधायक प्रकाश सोलंके ने डिप्टी सीएम अजित पवार के बयान पर तंज किया। पवार ने कहा था कि धनंजय मुंडे को क्लीन चिट मिलते ही मौका मिला। इस पर सोलंके ने कहा कि पार्टी सिर्फ ओबीसी नेताओं को प्राथमिकता देती है। उन्होंने कहा कि पार्टी की सोच फुले, शाहू और आंबेडकर की नीतियों से जुड़ी है, लेकिन इसका असर मराठा समाज पर नुकसानदायक हो रहा है।

पार्टी की नीतियों पर विधायक सोलंके के तीखे सवाल

एनसीपी विधायक प्रकाश सोलंके ने कहा कि मराठा समाज ने पार्टी को ताकत दी, फिर भी उन्हें बड़े पद नहीं मिले। अगर वे ओबीसी होते, तो मंत्री बन जाते। पर वे मराठा हैं, जो उनकी बड़ी गलती है। उन्होंने बताया कि पिछले 45 साल में उनके पिता सुंदरराव सोलंके के बाद बीड में कोई मराठा नेता कैबिनेट या गार्जियन मंत्री नहीं बना।

पार्टी नेतृत्व से नाराज़ विधायक सोलंके, कही बड़ी बात

विधायक प्रकाश सोलंके ने कहा कि जब भी कैबिनेट विस्तार की बात होती है, तो कई नाम चर्चा में आते हैं, लेकिन आखिरी फैसला पार्टी नेतृत्व लेता है। उन्होंने कहा कि पार्टी को अब यह सोचना चाहिए कि बार-बार मराठा समाज को नजरअंदाज क्यों किया जा रहा है। सोलंके ने यह भी जताया कि मराठा समाज को मौका न मिलना पार्टी की बड़ी कमजोरी बनती जा रही है।

पद की गरिमा को लेकर बोले सोलंके – नेतृत्व को सोच बदलनी चाहिए

विधायक प्रकाश सोलंके ने कहा कि उन्हें राज्य मंत्री बनाया गया, लेकिन मराठा समाज इसे विधायक से थोड़ा ऊँचा पद मानता है। इससे साफ है कि मराठा समाज को असली ताकत नहीं दी जा रही। उन्होंने कहा कि अगर पार्टी सच में बराबरी की बात करती है, तो मराठाओं को भी समान स्थान मिलना चाहिए।