ओम बिरला : संसद के मानसून सत्र में छठे दिन भी हंगामा और शोर-शराबा जारी रहा। सत्ताधारी पार्टी और विपक्ष के बीच विवाद खत्म नहीं हुआ। लोकसभा की बैठक बार-बार रुकी तो स्पीकर ओम बिरला नाराज हो गए। उन्होंने कांग्रेस के सांसदों पर योजना बना कर बैठक में बाधा डालने का आरोप लगाया। खासतौर पर उन्होंने राहुल गांधी और असम के सांसद गौरव गोगोई का नाम लिया और उन्हें फटकार लगाई। इससे साफ हुआ कि संसद में कामकाज को लेकर अभी भी तनाव बना हुआ है।
ओम बिरला के बयान का खुलासा
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने विपक्ष के हंगामे पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता गोगोई और अन्य पार्टियों के लोग आए थे और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग की थी, लेकिन फिर उन्होंने सदन की कार्यवाही को बाधित किया। उन्होंने पूछा कि आखिर सदन क्यों नहीं चलने दिया जा रहा है। स्पीकर ने कहा कि प्रश्नकाल सदस्यों के लिए सबसे महत्वपूर्ण समय होता है और देश यह जानना चाहता है कि विपक्ष प्रश्नकाल को क्यों रोकना चाहता है। उन्होंने विपक्ष पर जान-बूझकर बाधा डालने का आरोप लगाया।
स्पीकर ने राहुल गांधी से कड़े सवाल पूछकर लगाई फटकार
ओम बिरला ने कहा कि विपक्ष के नेताओं को समझाना चाहिए कि संसद में पर्चे फेंकने और तख्तियां लहराने के लिए नहीं भेजा गया है। उन्होंने पूछा कि विपक्ष प्रश्नकाल क्यों नहीं चलाना चाहता। आज 10 महत्वपूर्ण मंत्रालयों पर चर्चा होनी है, जैसे शिक्षा, पर्यावरण, विधि और श्रम। उन्होंने कहा कि सदन में नारेबाजी और बाधा डालना ठीक नहीं है। संसद सभी की है और देश की 140 करोड़ जनता की आवाज है। इसलिए सदन की मर्यादा बनाए रखनी चाहिए और सभी को बोलने का मौका देना चाहिए।