इंदौर में बन रहे हैं हाईटेक एसटीपी, 416 करोड़ की परियोजना से मिलेगा लाखों लोगों को फायदा

इंदौर में स्वच्छता और जल प्रबंधन को नई दिशा देने के लिए नमामि गंगे अभियान के अंतर्गत कुल 416 करोड़ रुपये की लागत से तीन प्रमुख स्थानों पर एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) का निर्माण किया जा रहा है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने हाल ही में इन कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान वे 35 एमएलडी किला मैदान (मंडी सचिव कार्यालय के पास), 120 एमएलडी कबीर खेड़ी और 40 एमएलडी कनाडिया एसटीपी साइट पर पहुंचे और कार्यों की प्रगति का जायजा लिया।

एसटीपी की प्रगति का प्रेजेंटेशन भी हुआ प्रस्तुत

कबीर खेड़ी स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में इन एसटीपी परियोजनाओं पर विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया गया, जिसमें निर्माण की स्थिति, उपयोगिता और लाभों को दर्शाया गया। इस अवसर पर जल कार्य प्रभारी अभिषेक शर्मा ‘बबलू’, अपर आयुक्त रोहित सिसोनिया, कार्यपालन यंत्री विवेश जैन, लक्ष्मीकांत वाजपेई और प्रोजेक्ट इंचार्ज नदीम खान समेत कई अधिकारी उपस्थित रहे।

हर 15 दिन में होगी समीक्षा बैठक

महापौर ने निरीक्षण के दौरान स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी एसटीपी परियोजनाएं तय समयसीमा में पूर्ण होनी चाहिए। इसके लिए प्रत्येक 15 दिन में कार्यों की समीक्षा बैठक अनिवार्य रूप से की जाएगी। साथ ही उन्होंने यह भी जाना कि इन प्लांट्स से किन-किन क्षेत्रों को लाभ मिलेगा, ट्रीटमेंट के बाद कितना पानी प्राप्त होगा और उसका वितरण किस प्रकार किया जाएगा।

किला मैदान स्थित 35 एमएलडी एसटीपी की विशेषताएं

  • मंडी बोर्ड कार्यालय के पीछे स्थित इस एसटीपी की क्षमता 35 एमएलडी है।
  • इसके अंतर्गत 1 एमपीएस की पीक फ्लो क्षमता 79 एमएलडी है।
  • 1 किमी लंबी 1200 मिमी व्यास की नई पाइपलाइन बिछाई जा रही है, जो मौजूदा 1600 मिमी लाइन से जोड़ी जाएगी।
  • 0.1 एमएलडी आउटलेट से जलाशयों तक जल प्रवाह का प्रबंध किया जाएगा।
  • एक एलिवेटेड जलाशय (0.5 एमएलडी) का निर्माण भी होगा।
  • आस-पास के उद्योगों और बगीचों को उपचारित जल आपूर्ति के लिए 5798 मीटर लंबी पाइपलाइन बिछाई जाएगी।

कबीर खेड़ी का 120 एमएलडी एसटीपी: सबसे बड़ा संयंत्र

  • मौजूदा 78 एमएलडी प्लांट के परिसर में 120 एमएलडी का नया एसटीपी तैयार किया जा रहा है।
  • 240 एमएलडी की पीक फ्लो के साथ एक बड़ा एमपीएस बनाया जा रहा है।
  • 600 मीटर लंबा और 1800 मिमी व्यास का पाइप मौजूदा सिस्टम से जोड़ा जा रहा है।
  • 0.1 एमएलडी के ग्राउंड सर्विस जलाशय को भी जोड़ा जाएगा।
  • आसपास की कृषि भूमि के लिए 7798 मीटर लंबी उपचारित जल पाइपलाइन बिछाई जाएगी।
  • इस प्लांट की खासियत है कि यह बायोगैस से बिजली उत्पादन भी करेगा, साथ ही गैस विक्रय भी किया जाएगा।

कनाडिया के पास बैगम खेड़ी में 40 एमएलडी एसटीपी

  • बैगम खेड़ी गांव में 40 एमएलडी की क्षमता वाला एसटीपी निर्माणाधीन है।
  • इसमें 0.80 किमी का सीवरेज नेटवर्क और 0.20 किमी इंटरसेप्शन सीवर कार्य शामिल है।
  • 100 मीटर लंबी राइजिंग मेन लाइन और एक सीवेज पंपिंग स्टेशन का निर्माण किया जा रहा है।
  • इसका पीक फ्लो 90 एमएलडी तक होगा, जिससे कनाडिया और आसपास के क्षेत्रों को लाभ मिलेगा।

इंदौर की जल परियोजनाओं से बेहतर होगा पर्यावरण और पुनः उपयोग

इन परियोजनाओं से इंदौर में सीवरेज ट्रीटमेंट की क्षमता बढ़ेगी, जिससे न केवल जल शुद्धिकरण होगा बल्कि पुनः उपयोग योग्य पानी भी उपलब्ध कराया जाएगा। इसके साथ ही शहर के उद्योगों, कृषि क्षेत्रों और बगीचों को ट्रीटेड पानी की आपूर्ति सुनिश्चित होगी, जिससे प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण भी संभव हो सकेगा।