संसद का मौजूदा मानसून सत्र पूरी तरह से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की बहस के नाम रहा है। सोमवार को लोकसभा और राज्यसभा दोनों में इस मुद्दे को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस हुई। एमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए सवाल उठाया कि पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने का फैसला आखिर कैसे लिया गया, जबकि सीमा पर खून बह रहा है?
सीजफायर पर विदेश मंत्री का बड़ा बयान
विपक्ष ने केंद्र सरकार पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दबाव में सीजफायर समझौता करने का आरोप लगाया। इस पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संसद में सफाई दी और साफ किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की बातचीत डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस) स्तर पर हुई थी और इसमें अमेरिका या किसी अन्य विदेशी ताकत की कोई भूमिका नहीं थी। उन्होंने कहा कि भारत की संप्रभुता से समझौता नहीं किया गया है।
लोकसभा में अमित शाह का जोरदार भाषण
मंगलवार को जब लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई, तो गृह मंत्री अमित शाह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर विस्तार से बात की। उन्होंने कहा कि पहलगाम में जो हत्याएं हुईं, वह बर्बरता की सारी सीमाएं लांघ गईं। निर्दोषों को धर्म पूछकर, उनके परिवारों के सामने गोली मार दी गई। उन्होंने कहा, “मैं इन नृशंस हत्याओं की कड़ी निंदा करता हूं और शहीदों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं।”
ऑपरेशन महादेव और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का दावा
अमित शाह ने सदन में बताया कि कैसे सुरक्षा बलों ने ‘ऑपरेशन महादेव’ के तहत पहलगाम हमले में शामिल तीन आतंकियों को मार गिराया। यह एक संयुक्त अभियान था जिसमें सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मिलकर कार्रवाई की। वहीं, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने उन आतंकियों का सफाया किया जो सीमा पार से आतंक फैलाने भेजे गए थे।
गृह मंत्री ने विपक्ष को घेरा, कहा- यह कैसी राजनीति है?
अमित शाह ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि “जब हमने आतंकियों को मारा तो लगा था कि यह खबर सुनकर देश की सभी पार्टियां संतोष और गर्व का अनुभव करेंगी, लेकिन विपक्षी चेहरों पर तो जैसे स्याही छा गई। आखिर ये कैसी राजनीति है जो राष्ट्र की सुरक्षा से ऊपर दलहित को रखती है?”
क्रिकेट पर ओवैसी के बयान का पलटवार
गृह मंत्री ने ओवैसी के पाकिस्तान से क्रिकेट खेलने को लेकर उठाए गए सवाल का जवाब देते हुए कहा, “हम पाकिस्तान से 80 प्रतिशत पानी रोक चुके हैं क्योंकि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकता। लेकिन कुछ लोग क्रिकेट मैच खेलने को जायज ठहरा रहे हैं। मेरा ज़मीर गवाही नहीं देता कि ऐसे हालात में पाकिस्तान के साथ कोई भी मैच देखा जाए।”
शहीदों के परिवारों का सम्मान बनाम सियासत
अमित शाह ने विपक्ष से यह भी पूछा कि क्या उनमें इतनी हिम्मत है कि वे उन 25 शहीदों के परिवारों को फोन करके कह सकें कि हमने पाकिस्तान से बदला ले लिया है, अब आप चैन से क्रिकेट मैच देख सकते हैं? उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ राजनीतिक दल ऐसे संवेदनशील मसलों पर भी राजनीति करने से नहीं चूकते।
प्रधानमंत्री मोदी देंगे समापन भाषण
लोकसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा का समापन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन से होगा। शाम को उनके भाषण से यह उम्मीद लगाई जा रही है कि वे पूरे घटनाक्रम पर देश को विस्तार से संबोधित करेंगे और सरकार की आगामी रणनीति को भी स्पष्ट करेंगे।