आजकल की जनरेशन में डाइट कॉन्ड्रिंक की डिमांड बढ़ती जा रही है। ऐसा नहीं है की आज कल के युवा इससे होने वाले नुकसान को लेकर अपरिचित है। लेकिन फिर भी लोगो में इसका क्रेज बढ़ता जा रहा है।
क्या आपको पता है की इसके बढ़ते क्रेज और लत के चलते इसे ‘फ्रिज सिगरेट’ नाम दिया गया है। क्योकि जैसे पहले लोग अपने स्ट्रेस को कम करने और ब्रेक लेने के लिए सिगरेट पीते थे या काफी का सेवन करते थे। वैसे आज लोग डाइट कोल्ड ड्रिंक के एडिक्ट बनते जा रहे है। आज हम आपको बताएंगे की कोल्ड्रिंक्स की डिमांड भारतीय मार्किट में क्यों बढ़ रही है, एक्सपर्ट्स ने इसको लेकर क्या कहा है
देश में सॉफ्ट ड्रिंक्स की डिमांड बढ़ रही है:
एक रिपोर्ट की माने तो 2022 में भारत में सॉफ्ट ड्रिंक्स कंपनीस का कुल रेवेन्यू 18.25 अरब डॉलर था। जिसके बाद ये 2017 से 2022 में करीब 19.8 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ा है। इतना ही नहीं ये अंदाजा लगाया जा रहा है की ये रेवेन्यू बढ़कर 2027 में 49.34 अरब डॉलर तक पहुंच जायेगा।
डाइट कोल्ड ड्रिंक्स का सच:
आपको पता ही होगा की डाइट कोल्ड ड्रिंक्स में चीनी नहीं होती, जिसकी वजह से इसे हेल्दी कह कर इसका प्रचार किया जाता है। इसमें रेगुलर ड्रिंक की तुलना में कम कैलोरीस भी होती है। अगर आप भी ऐसा सोचते है की इसमें चीनी कम है, कैलोरी कम है तो ये हेल्दी है तो आप गलत है। क्योकि इसमें एस्पार्टेम और एसेसल्फेम पोटैशियम जैसे आर्टिफिशियल स्वीटनर का इस्तेमाल किया जाता है। ये आपकी गट हेल्थ के लिए नुकसानदायक है।
डाइट कोल्ड ड्रिंक्स छोड़े ये ड्रिंक्स अपनाएं:
डाइट कोल्ड ड्रिंक्स में आप स्पार्कलिंग वॉटर, कोम्बुचा या हर्बल आइस्ड टी जैसे फिजी ड्रिंक्स पी सकते हैं। अगर आप भी अपनी डाइट की लत छोड़ना चाहते है तो छोटी-छोटी सैर पर जाए, गहरी सांसें ले सकते हैं या आप स्ट्रेचिंग कर सकते है।