स्वच्छता में इंदौर की तरह चमकेंगे एमपी के 10 और शहर, मुख्यमंत्री ने बताया रोडमैप

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नागपंचमी के शुभ अवसर पर मध्यप्रदेश की स्वच्छता में उल्लेखनीय प्रगति के लिए प्रदेशवासियों को बधाई दी। उन्होंने गर्व के साथ बताया कि इंदौर ने एक बार फिर स्वच्छता में नंबर वन शहर का खिताब बरकरार रखा है और भोपाल को दूसरा स्थान मिला है। साथ ही, प्रदेश के 41 क्षेत्रों को स्टार रेटिंग प्रदान की गई है, जो स्वच्छता के क्षेत्र में निरंतर प्रगति को दर्शाता है।

338 शहर ODF डबल प्लस, 24 शहर वॉटर प्लस घोषित

कैबिनेट बैठक से पूर्व अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि प्रदेश के 338 शहर ओडीएफ डबल प्लस और 24 शहर वॉटर प्लस प्रमाण-पत्र प्राप्त कर चुके हैं। खास बात यह रही कि उज्जैन संभाग के 66 में से 56 शहरों ने अपनी रैंकिंग में सुधार किया है, जो स्थानीय प्रशासन और नागरिकों के सहयोग का परिणाम है।

रीवा में टूरिज्म कॉन्क्लेव और निवेश की नई संभावनाएं

26 और 27 जुलाई को रीवा में आयोजित क्षेत्रीय पर्यटन सम्मेलन (रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव) में 80 से अधिक प्रमुख टूर ऑपरेटर्स ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर निवेशकों ने रीवा और शहडोल संभाग में लगभग 3,000 करोड़ रुपये के निवेश की इच्छा जताई। शहडोल में 15.60 करोड़ रुपये की लागत से बने फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट का उद्घाटन भी इसी मंच पर हुआ।

आध्यात्मिक पर्यटन को मिलेगा नया आयाम

मुख्यमंत्री ने बताया कि चित्रकूट में 27 करोड़ रुपये के आध्यात्मिक विकास कार्यों का शिलान्यास किया गया है। इसके अलावा, मंडला, डिंडोरी, सिंगरौली, सीधी और सिवनी जिलों में कला और शिल्प केंद्र स्थापित करने के लिए विभिन्न संस्थाओं के साथ एमओयू किए गए हैं। वेंकट भवन रीवा का संरक्षण इंदिरा गांधी कला केंद्र के माध्यम से किया जाएगा, जिस पर लगभग 20 करोड़ रुपये व्यय होंगे।

पीएमश्री वायुसेवा अब IRCTC पोर्टल पर उपलब्ध

प्रदेशवासियों के लिए अच्छी खबर यह है कि अब पीएमश्री वायुसेवा की बुकिंग की सुविधा सीधे IRCTC पोर्टल पर उपलब्ध है। इसके अलावा, रीवा कॉन्क्लेव के डिजिटल प्रचार हेतु बारकोड एंटरटेनमेंट और क्विकी डिजिटल से अनुबंध किया गया है, जिससे पर्यटन से जुड़ी सूचनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार होगा।

मध्यप्रदेश ट्रैवल मार्ट 2025 की घोषणा

प्रदेश के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 11 से 13 अक्टूबर तक भोपाल में ‘मध्यप्रदेश ट्रैवल मार्ट’ (एमपीटीएम) का आयोजन किया जाएगा। इसका उद्देश्य होटल, रिसोर्ट, ट्रांसपोर्ट और टूर ऑपरेटर्स को एक साझा मंच प्रदान करना है, ताकि वे अपने उत्पादों का प्रचार कर सकें और व्यावसायिक समझौतों की संभावनाएं तलाश सकें। इससे पहले ग्वालियर (12-13 अगस्त) और इंदौर (20-21 सितम्बर) में रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव आयोजित होंगे, जो एमपीटीएम की तैयारी का हिस्सा होंगे।

प्राकृतिक और धार्मिक स्थलों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश के प्रमुख झरने, मंदसौर के धर्मराजेश्वर जैसे प्राकृतिक और सांस्कृतिक महत्व वाले स्थानों को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। इससे न सिर्फ स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा, बल्कि राज्य का सांस्कृतिक और धार्मिक गौरव भी राष्ट्रीय स्तर पर और उभरेगा।

मुख्यमंत्री ने नागपंचमी के अवसर पर महाकालेश्वर मंदिर और पचमढ़ी स्थित नागद्वारी की धार्मिक महत्ता का विशेष रूप से उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि यह स्थल मध्यप्रदेश और महाराष्ट्रवासियों के लिए गहरी आस्था का केंद्र हैं, और इनका समुचित विकास किया जाएगा।