इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा जारी निर्देश “नो हेलमेट नो पेट्रोल” अभियान की सराहना करते हुए इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इस पहल को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए एक पत्र के माध्यम से कलेक्टर को कहा है कि इस अभियान से पहले सभी शासकीय कार्यालयों में “नो हेलमेट नो एंट्री” का नियम अनिवार्य किया जाए।
महापौर भार्गव ने कहा कि— “कोई भी अच्छा कार्य अपने घर से शुरू होना चाहिए। यदि हम आम जनता से हेलमेट की अनिवार्यता की अपेक्षा कर रहे हैं, तो पहले हमें अपने शासकीय और निजी संस्थानों में यह अनुशासन स्थापित करना होगा।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि हमारे ही अधिकारी-कर्मचारी बिना हेलमेट के शासकीय परिसर में प्रवेश कर रहे हैं, तो “नो हेलमेट नो पेट्रोल” जैसे जनहित अभियान की सार्थकता कम हो जाएगी। ऐसे में पहले अपने संस्थानों में यह नियम लागू कर उदाहरण प्रस्तुत करना अधिक प्रभावशाली होगा।
महापौर ने यह भी सुझाव दिया कि “शहर के सभी शासकीय व निजी कार्यालय, स्कूल, कॉलेज और संस्थान यह सुनिश्चित करें कि उनके परिसर में बिना हेलमेट के प्रवेश पूर्णतः वर्जित हो। यह एक ऐसा अनुशासन होगा जो सड़क सुरक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाएगा।” यह पहल शहर में सड़क सुरक्षा के प्रयासों को नई दिशा देने के साथ-साथ जनता और अधिकारियों के बीच समानता और जवाबदेही की भावना को भी प्रोत्साहित करेगी।