एके शर्मा : ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बुधवार को पावर कॉर्पोरेशन और बिजली निगमों के अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अब हर अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाएगी और लापरवाही पर कार्रवाई होगी। मंत्री ने कहा कि अब मौखिक आदेश का समय खत्म हो गया है, सभी निर्देश लिखित में दिए जाएंगे। उन्होंने अधिकारियों को एक पत्र लिखकर ध्यान दिलाया कि कई जगहों पर उपभोक्ता बिल जमा करने की बात कहते हैं, फिर भी उनका कनेक्शन काट दिया जाता है, जो गलत है। इसी तरह, एक उपभोक्ता का बिल बकाया होने पर पूरे गांव की लाइन काटना भी गलत है।
ऊर्जा मंत्री ने चेताया: कुछ अहम दिक्कतों पर भी दें अधिकारी ध्यान
ऊर्जा मंत्री ने बिजली विभाग को निर्देश दिए हैं कि ट्रांसफार्मर खराब होने या ओवरलोड होने पर समय पर उसका बदला जाना जरूरी है। ट्रांसफार्मर बदलने और राजस्व वसूली की प्रक्रिया अलग-अलग होनी चाहिए। सिर्फ बिजली चोरी रोकने के लिए क्षेत्र की बिजली काटना सही नहीं है, इसके लिए अलग से कदम उठाए जाएं। कई जगह ओवरलोड या लो वोल्टेज की समस्या होने पर भी ट्रांसफार्मर का उच्चीकरण नहीं हो रहा है, जो गलत है। ट्रांसफार्मर जलने के बाद रिपोर्ट और मरम्मत में देरी पर जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई हो। गलत बिलिंग और कर्मियों के भ्रष्टाचार पर भी सख्त रोक जरूरी है।
ऊर्जा मंत्री का बड़ा आदेश: 1912 सेवा को तुरंत ठीक करें, दोषियों पर कार्रवाई तय
ऊर्जा मंत्री ने बिजली विभाग को निर्देश दिए हैं कि जरूरी मेंटेनेंस काम सामान्य रोस्टिंग टाइम पर ही किया जाए, ताकि लोगों को परेशानी न हो। शटडाउन से पहले जनता को सही समय पर जानकारी देना जरूरी है। हाल ही में कई कुशल संविदाकर्मी हटाए गए हैं और उनकी जगह पर कम अनुभव वाले लोग लगे हैं, जिसकी जांच कर कार्रवाई की जाए। 1912 हेल्पलाइन को तुरंत सुधारा जाए और अधिकारी कॉल रिसीव करने की आदत डालें। शिकायतों के समाधान के लिए निदेशक स्तर के अफसरों की तीन शिफ्टों में ड्यूटी लगाई जाए। विजिलेंस संगठित बिजली चोरी पर फोकस करे।