Mussoorie Trip: ‘क्वीन ऑफ हिल्स’ मसूरी हमेशा से टूरिस्ट्स की पहली पसंद रही है। खूबसूरत वादियां, ठंडी हवा और शांति का अहसास लोगों को यहां बार-बार खींच लाता है। लेकिन अब मसूरी की बढ़ती भीड़ इसकी खूबसूरती को बिगाड़ रही है। इसे देखते हुए उत्तराखंड टूरिज्म डिपार्टमेंट ने एक बड़ा कदम उठाया है और नए सख्त नियम लागू किए हैं, जो हर पर्यटक के लिए जानना जरूरी है।
क्या हैं नए नियम?
उत्तराखंड टूरिज्म डिपार्टमेंट ने एक डिजिटल टूरिज्म पोर्टल लॉन्च किया है। अब से हर होटल, गेस्ट हाउस और होमस्टे को अपनी जानकारी इस पोर्टल पर रजिस्टर करनी होगी।
प्रॉपर्टी मालिक का नाम और मोबाइल नंबर
कितने कमरे हैं और कितने गेस्ट ठहर सकते हैं
कौन-सी सुविधा दी जा रही है (होटल/होमस्टे/गेस्ट हाउस)
सबसे जरूरी बात
जैसे ही कोई गेस्ट चेक-इन करेगा, उसकी जानकारी भी पोर्टल पर तुरंत अपलोड करनी होगी। इससे टूरिस्ट की एंट्री रियल-टाइम में ट्रैक की जा सकेगी।
पर्यटकों के लिए भी जरूरी रजिस्ट्रेशन
1. अब टूरिस्ट्स को भी मसूरी जाने से पहले ऑनलाइन प्री-रजिस्ट्रेशन करना पड़ सकता है, खासतौर पर पीक सीजन में।
2. एक फॉर्म भरना होगा जिसमें नाम, मोबाइल नंबर, गाड़ी का नंबर, होटल की जानकारी और यात्रा की तारीखें देनी होंगी।3.भारतीय टूरिस्ट्स को मोबाइल पर OTP मिलेगा और विदेशी पर्यटकों को ईमेल पर।
4. वेरिफिकेशन के बाद एक QR कोड जनरेट होगा, जिसे मसूरी के एंट्री पॉइंट्स पर दिखाना होगा।
कहां-कहां चेक होगी एंट्री?
किमाड़ी, केम्प्टी फॉल्स और कुथाल गेट जैसे चेकपोइंट्स पर QR कोड स्कैन किया जाएगा। साथ ही ANPR कैमरे गाड़ी की जानकारी भी ऑटोमैटिक चेक करेंगे।
क्यों लिया गया ये फैसला?
पिछले 2 साल में मसूरी में टूरिस्टों की संख्या दोगुनी हो गई है। इससे ट्रैफिक जाम, पार्किंग की कमी और सुरक्षा के बड़े खतरे सामने आ रहे हैं। इसलिए ये नया सिस्टम खासकर भीड़भाड़ वाले समय में लागू किया जाएगा।