शराबियों के लिए खुशहाली लेकर आया अप्रैल का महीना, रेट में हुआ बड़ा उलट फेर, जानिए कितनी सस्ती हुई बोतल

जाम छलकाने के शौकीनों के लिए जरूरी खबर है। ऐसे कई लोग होते है जो रोज शराब पीते है। वहीं कई कई ऐसे भो होते है जो सिर्फ वीकेंड में शराब का सेवन करते है। अब ये खबर उन्हीं के लिए सबसे खास है। दरअसल, आबकारी नीति आने के बाद इस साल के लिए विभिन्न ब्रांड की शराब की एमआरपी जारी कर दी गई है। चर्चित ब्रांड की शराब की कीमतों में 80 रुपये से लेकर 350 रुपये तक की कमी की गई है। बीयर के दामों में बहुत ज्यादा बदलाव नहीं हुआ है। पिछले साल किंगफिशर कैन स्ट्रांग बीयर 130 रुपये की थी, जो अब 125 में मिलेगी। इसी तरह माइल्ड बीयर के दामों में भी कमी की गई है। मध्यप्रदेश में सरकार ने आहाते बंद कर दिए है।

सरकार ने 1 तारीख से नए दाम जारी कर दिए है। आबकारी आयुक्त ने बताया कि शराब के विभिन्न दामों में काफी कमी हुई है। अब यह दाम उत्तर प्रदेश के लगभग बराबर आ गए हैं। एमआरपी से ज्यादा दाम पर शराब बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वित्तीय वर्ष के पहले ही दिन सभी ठेकेदारों को इस मूल्य सूची का वितरित करा दिया गया है।

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  • देसी शराब का 36 डिग्री का देसी शराब का पउवा में 5 रुपये का इजाफ किया गया है, जो अब 65 रुपये की जगह 70 रुपये में मिलेगा।
  • 42.8 डिग्री का देसी शराब के पउवा की कीमत 75 रुपये है, जो 1 अप्रैल से 90 रुपये में मिलेगा। यानी इस पर 15 रुपये बढ़ जाएंगे।
  • अंग्रेजी शराब के क्वार्टर में करीब 15 से 25 रुपये की बढोतरी होगी, जबकि हॉफ और फुल बोतल के रेट भी बढ़ेंगे।
  • इसके अलावा बीयर केन के रेट में 10 रुपये और बोतल के रेट 20 रुपये तक बढ़ सकते हैं।
  • नए वित्तीय वर्ष यानी 1 अप्रैल 2023 से सभी लाइसेंसी शराब की फुटकर दुकानों पर नई दरों के साथ देसी, अंग्रेजी शराब के साथ बीयर बिकेगी।

पहले की अपेक्षा शराब के दामों में कमी की गई है देखिये नए भाव

ब्रांड               पहले         अब
मैक डॉवेल-     630        500
रॉयल स्टैग-    830        750
ब्लैंडर्स प्राइड-  1080      940
100पाइपर्स-  1740     1380
ब्लैक डॉग –   1740     1380

जानकारी के लिए बता दें कि 29 जनवरी को कैबिनेट ने नई आबकारी नीति ( 2023-24) को मंजूरी दी थी। जिसमें लाइसेंस फीस को 10 प्रतिशत और आबकारी शुल्क में बढ़ोतरी की गई थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार का लक्ष्य अगले वित्तीय वर्ष में 45 हजार करोड़ रुपये जुटाने का है। इससे पहले जून 2022 में भी शराब के रेट में इजाफा हुआ था।