राजनाथ सिंह : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ भवन में आयोजित सशस्त्र बल मुख्यालय के नागरिक सेवा दिवस कार्यक्रम में कहा कि आज के तेजी से बदलते और अनिश्चित समय में देश की सुरक्षा तैयारियों को मजबूत करना जरूरी है। इसके लिए सैन्य और नागरिक क्षेत्रों के बीच बेहतर तालमेल जरूरी है। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए सीडीएस, तीनों सेना प्रमुखों और रक्षा सचिव की प्रशंसा की। रक्षा मंत्री ने कहा कि अनिश्चितता पर हमारा नियंत्रण नहीं होता, लेकिन हमारी तैयारी हमारे हाथ में होती है। जब एक सैनिक युद्ध लड़ता है, तो पूरा देश उसकी ताकत बनता है।
रक्षा मंत्री ने दिया नागरिक-सैन्य सहयोग को मजबूत करने पर जोर
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि युद्ध में नागरिकों और सेना के बीच सहयोग बहुत जरूरी होता है। उन्होंने बताया कि आज हम यह नहीं कह सकते कि कौन सा इलाका कब अस्थिर हो जाएगा। कुछ महीने पहले किसी ने नहीं सोचा था कि ऑपरेशन सिंदूर जैसी कार्रवाई करनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि सेना प्रमुखों के साथ बैठकों में उन्होंने हमेशा ज़ोर दिया कि हमें हर समय तैयार रहना चाहिए। रक्षा मंत्री ने कहा कि शांति के समय में ही युद्ध की तैयारी करनी चाहिए। उन्होंने मजबूत सेना के लिए मजबूत नागरिक व्यवस्था की तारीफ की और एएफएचक्यू सिविल सेवा की सराहना की।
रक्षा मंत्री का बयान: हमले के बाद सेना से पूछा, क्या कार्रवाई के लिए तैयार हैं
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि पहलगाम हमले के बाद उन्होंने तुरंत उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। रक्षा मंत्री द्वारा बुलाई गई उस अहम बैठक में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस), सेना, नौसेना और वायुसेना के प्रमुख, रक्षा सचिव, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, डीआरडीओ के अध्यक्ष समीर वी कामत समेत कई वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। मंत्री ने बैठक के दौरान सभी अधिकारियों से सीधी तौर पर पूछा कि क्या वे जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार हैं या नहीं। इस पर सभी सैन्य कमांडरों ने एक स्वर में कहा, हां, बिल्कुल तैयार हैं। राजनाथ सिंह ने कहा कि यह जवाब सुनकर उन्हें अत्यंत गर्व हुआ और देश की सुरक्षा व्यवस्था पर उनका आत्मविश्वास और भी बढ़ गया।