Washington Sundar: लंदन के ओवल मैदान पर खेले जा रहे पांचवें टेस्ट मैच के तीसरे दिन भारतीय ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर ने अपनी तूफानी बल्लेबाज़ी से इंग्लैंड के गेंदबाज़ों को चौंका दिया। भारत की दूसरी पारी में जब टीम नौ विकेट खो चुकी थी, तब सुंदर ने आक्रमक रुख अपनाते हुए महज़ 39 गेंदों में अर्धशतक जड़ा। उनकी इस पारी ने भारत को एक मज़बूत बढ़त दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
Washington Sundar: अंत में आया आक्रमण, बना बड़ा अंतर
जब मोहम्मद सिराज के रूप में भारत का नौवां विकेट गिरा, उस वक्त सुंदर 17 रन पर थे (23 गेंदों में)। इसके बाद उन्होंने अगले 16 गेंदों में 36 रन बनाते हुए इंग्लैंड के बचे-खुचे आत्मविश्वास को भी तोड़ दिया।
उन्होंने अपने आक्रमण की शुरुआत गस एटकिंसन की गेंद को डीप स्क्वायर लेग पर छक्का मारकर की। इसके अगले ही ओवर में उन्होंने जॉश टंग की गेंदों को फ्लिक और हुक शॉट से बाउंड्री के बाहर भेज दिया। सुंदर ने अपनी हाफ सेंचुरी गस एटकिंसन के ओवर में चौका और फिर छक्का लगाकर पूरी की, जिसमें उन्होंने कुल 17 रन बटोरे।
अपनी पारी में सुंदर ने कुल 46 गेंदों में 53 रन बनाए, जिसमें 4 चौके और 4 छक्के शामिल थे। अंततः वे जैक क्रॉली के हाथों मिडविकेट पर कैच होकर आउट हुए, लेकिन तब तक भारत अपनी बढ़त को 373 रनों तक पहुँचा चुका था।
Washington Sundar की साझेदारी और पारी का महत्व
सुंदर ने आठवें विकेट के लिए रविंद्र जडेजा (53 रन) के साथ 34 रनों की साझेदारी भी की। इससे पहले यशस्वी जायसवाल ने शानदार 118 रन (164 गेंदों में) की पारी खेली और आकाशदीप (66 रन) के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 107 रन की साझेदारी की, जिसने इंग्लैंड की कमज़ोर गेंदबाज़ी की पोल खोल दी।
भारतीय टीम के टेल-एंडर्स, जिन्हें अक्सर बल्लेबाज़ी में कमज़ोर माना जाता रहा है, इस टेस्ट में असाधारण प्रदर्शन करते नज़र आए। सुंदर की यह तेज़ तर्रार पारी न केवल मनोरंजक थी, बल्कि रणनीतिक रूप से भी अहम साबित हुई क्योंकि इससे इंग्लैंड पर मनोवैज्ञानिक दबाव बढ़ा।