जन्मदिन की पार्टी में ड्रग्स का धमाका: एलएसडी के नशे में धुत छह आईटी तकनीशियन हैदराबाद के पास फार्महाउस से गिरफ्तार

हैदराबाद के पास चेवेल्ला स्थित एक फार्महाउस में शनिवार रात जन्मदिन की पार्टी उस समय नशे में डूब गई, जब आबकारी विभाग की टीम ने छापा मारकर वहां मौजूद छह आईटी पेशेवरों को नशा करते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। अधिकारियों ने मौके से एलएसडी ब्लॉट्स, हैश (हशीश), शराब की बोतलें और तीन कारें जब्त कीं।

राज्य आबकारी टास्क फोर्स (STF) ने खुफिया सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की। पीटीआई द्वारा प्राप्त आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, सभी आरोपियों को मौके पर ही गिरफ्तार किया गया और ड्रग डिटेक्शन किट से जांच में सभी की रिपोर्ट ड्रग्स के सेवन के लिए पॉजिटिव पाई गई।

पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार सभी लोग आईटी सेक्टर में कार्यरत हैं। इनमें से किसी का टेक्नोलॉजी फर्म में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम करना तो किसी का डेटा एनालिस्ट के रूप में बताया जा रहा है। दो अन्य आरोपी—जिनमें फार्महाउस का मालिक भी शामिल है—फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।

हैदराबाद में ड्रग्स का बढ़ता नेटवर्क

इस घटना से कुछ ही दिन पहले हैदराबाद के गाचीबौली स्थित आईटी कॉरिडोर में 14 लोगों को ड्रग्स खरीदते हुए पकड़ा गया था। इस ऑपरेशन को ड्रग कानून प्रवर्तन के लिए हाल ही में गठित “ईगल” (Elite Action Group for Law Enforcement) ने अंजाम दिया था।

गिरफ्तार लोगों में आईटी कर्मचारी, एक आर्किटेक्ट, एक डेंटल टेक्नीशियन, विज्ञापन एजेंसी का एक स्टाफ सदस्य, और यहां तक कि दो युवा जोड़े भी शामिल थे। चौंकाने वाली बात यह थी कि इनमें से एक जोड़ा अपने चार साल के बच्चे को भी साथ लेकर आया था। पति को हिरासत में लिया गया, जबकि महिला और बच्चे को जाने दिया गया।

अधिकतर आरोपियों की उम्र 22 से 34 वर्ष के बीच थी और वे पेशेवर, छात्र और कामकाजी वर्ग के थे—जो दर्शाता है कि ड्रग्स की समस्या समाज के पढ़े-लिखे और संपन्न तबके तक भी पहुंच चुकी है।

कानून सख्त, लेकिन जागरूकता ज़रूरी

चेवेल्ला फार्महाउस छापेमारी के बाद एक बार फिर यह सवाल उठ खड़ा हुआ है कि शहरी भारत, खासकर आईटी हब कहे जाने वाले शहरों में नशे का जाल कितनी तेजी से फैल रहा है।

राज्य आबकारी विभाग और पुलिस विभाग ने कहा है कि वे ड्रग तस्करी और सेवन के खिलाफ “जीरो टॉलरेंस” नीति अपनाएंगे। अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि इस तरह की छापेमारी आगे भी जारी रहेगी और ड्रग्स के खिलाफ जनजागृति अभियान भी चलाया जाएगा।