बाबा श्याम का अंत वस्त्र वरदान से कम नहीं है सभी की मनोकामना पूर्ण होती है बाबा श्याम के वस्त्र से
मुकेश चतुर्वेदी /गंजबासौदा -बसंत पंचमी पर बाबा श्याम के होने वाली पीला सिंगार से पहले उनके उतारे जाने वाले अंत वस्त्र कावी बहुत बड़ा महत्व है मंदिर पुजारी वीरेंद्र दुबे ने बताया साल भर बाद इस दिन उतारे जाने वाले पीले रंग के वस्त्र को पाने के लिए जिले से श्याम भक्तों की होड़ रहती है भक्तों का यह मानना है की यह वस्त्र किसी वरदान से कम नहीं है इससे संतान प्राप्ति शादी व्यापार नौकरी सुख शांति आदि जीवन के सभी दुख दूर होते हैं लोग इस वस्तु के लिए कई दिनों से रहा देखते हैं वहीं बाबा श्याम के शीश का पंचामृत से महा स्नान करवा कर फिर से पीले रंग का अंत वस्त्र जयनगर उनके ऊपर पोशाक और पीले फूलों का कोलकाता का फूल बाबा शाम का सिंगार के लिए मंगवाया गया हैसिंगार किया जाता है भक्त लखदातार के मनोहरी रूप का दर्शन करने के लिए विशेष कर खाटू श्याम प्रेमी गंजबासौदा मंदिर पर की संख्या में भक्तों का आना रहेगा भक्तों के लिए भी मंदिर समिति द्वारा सवामणी का भोग लगाया जाएगा जिसमें पीले चावल होते हैं खासकर मंदिर मैं बाबा खाटू श्याम रामदेव बाबा सालासर बालाजी राम दरबार गणेश जी लक्ष्मी जी भी है