मध्यप्रदेश सरकार ने राज्य में सार्वजनिक परिवहन को अधिक सुलभ, सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। मुख्यमंत्री सुगम परिवहन सेवा के तहत प्रदेशभर में एक संगठित और तकनीकी दृष्टिकोण से सुसज्जित बस सेवा प्रणाली तैयार की जा रही है, जिसका संचालन राज्य सरकार द्वारा गठित कंपनियों के माध्यम से किया जाएगा।
राज्य स्तरीय कंपनी के अंतर्गत सात सहायक कंपनियों का गठन
इस महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत 3 जुलाई 2025 को मध्यप्रदेश यात्री परिवहन एवं अधोसंरचना लिमिटेड नामक राज्य स्तरीय कंपनी का गठन कंपनी अधिनियम के तहत किया गया है। इस कंपनी के अध्यक्ष स्वयं मुख्यमंत्री होंगे, जबकि परिवहन मंत्री और मुख्य सचिव उपाध्यक्ष की भूमिका निभाएंगे।
राज्य सरकार ने इसके अधीन 7 क्षेत्रीय सहायक कंपनियों का गठन किया है, जो प्रदेश के विभिन्न संभागों इंदौर, उज्जैन, भोपाल, जबलपुर, सागर, रीवा और ग्वालियर में कार्यरत वर्तमान सिटी बस कंपनियों की संरचना में बदलाव कर स्थापित की गई हैं। ये कंपनियाँ अपने-अपने क्षेत्रों में नगरीय और अंतरशहरी बस सेवाओं के संचालन की जिम्मेदारी निभाएंगी।
वैज्ञानिक तरीके से होगा रूट निर्धारण और ट्रैफिक सर्वे
परिवहन विभाग द्वारा हर संभाग में वैज्ञानिक ट्रैफिक सर्वे कराया जा रहा है, ताकि वास्तविक ज़रूरतों के अनुरूप नए बस रूट तैयार किए जा सकें। इस कार्य के पहले चरण में उज्जैन और इंदौर में रूट सर्वे लगभग पूरा हो चुका है। जबलपुर और सागर में सर्वे प्रक्रिया जारी है, जबकि भोपाल, नर्मदापुरम, रीवा, शहडोल, ग्वालियर और चंबल में शीघ्र ही सर्वेक्षण प्रारंभ किया जाएगा।
इसके माध्यम से रूट की बस फ्रीक्वेंसी, दूरी, यात्रियों की संख्या और व्यस्ततम समय का आकलन किया जाएगा, ताकि यात्रियों को अधिकतम सुविधा मिल सके।
PPP मॉडल के अंतर्गत अधोसंरचना का विकास
मुख्यमंत्री सुगम परिवहन सेवा योजना में पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल को अपनाते हुए प्रत्येक जिले में अत्याधुनिक बस डिपो, बस स्टैंड और बस स्टॉप का निर्माण किया जाएगा। यह योजना मौजूदा निजी बस ऑपरेटरों को पूरी तरह दरकिनार नहीं करती, बल्कि उन्हें सरकारी नियंत्रण में अनुबंधित कर नई व्यवस्था में सम्मिलित किया जाएगा। इससे न केवल पारदर्शिता आएगी बल्कि बस संचालन की निगरानी और सेवा की गुणवत्ता में भी सुधार होगा।
संदीप सोनी को अतिरिक्त प्रभार
उज्जैन संभाग में ट्रांसपोर्ट व्यवस्था को सुदृढ़ करने हेतु उज्जैन सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड के मुख्य कार्यपालन अधिकारी का अतिरिक्त प्रभार संदीप सोनी को सौंपा गया है, जो वर्तमान में उज्जैन विकास प्राधिकरण के भी CEO हैं। उनके नेतृत्व में उज्जैन में नई परिवहन प्रणाली के क्रियान्वयन की प्रक्रिया को तेज़ी मिलेगी।
यात्री सुविधा होगी प्राथमिकता: सुरक्षित, आरामदायक और समयबद्ध बस सेवा का वादा
इस योजना के माध्यम से प्रदेशवासियों को एक ऐसी बस सेवा मुहैया कराई जाएगी जो समय पर, सुरक्षित, आरामदायक और किफायती हो। राज्य सरकार का स्पष्ट उद्देश्य है कि शहरी और अंतरशहरी यात्राओं के लिए नागरिकों को अब अपनी निजी गाड़ियों पर निर्भर न रहना पड़े। इन प्रयासों से न केवल पर्यावरणीय प्रदूषण में कमी आएगी, बल्कि सड़क दुर्घटनाएं, अत्यधिक ट्रैफिक और तेल पर खर्च जैसी समस्याओं का भी समाधान होगा।