प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से 4 जुलाई को प्रातः 11:30 बजे विधानसभा परिसर में भाजपा पूर्व विधायक श्री सुदर्शन गुप्ता ने भेटकर उन्हें ज्ञापन सोपा और मांग की, कि इंदौर में दो पहिया वाहन चालको को हेलमेट पहनने की अनिवार्यता समाप्त की जाए l मुख्यमंत्री ने इस मामले पर गंभीरता से विचार करने और शीघ्र निर्णय लेने के लिए कहा है l मुख्यमंत्री ने चर्चा में स्वीकार किया कि हेलमेट की अनिवार्यता के विरोध में लगातार शिकायतें आ रही है l
उन्होंने मुख्यमंत्री यादव को बताया कि इंदौर शहर में यातायात का काफी दबाव बना रहता है। ऐसे में दो पहिया वाहन हो या चार पहिया वाहन शहर में 10 या 12 की स्पीड से अधिक में वाहन चलाना संभव नहीं हैl चालकों को शहर में अत्यधिक ट्रॉफिक होने के कारण वाहन रेंगते हुए चलना पड़ता है। वाहन चालकों को प्रत्येक चौराहे पर ट्रैफिक लाइट के पॉइंट पर जगह-जगह रुकना पड़ता है, शहर में हेलमेट पहन कर दो पहिया वाहन चलाना काफी कठिन हैl
हेलमेट पहनकर वाहन चलाने से ना तो आसपास का दिखता है और नहीं हॉर्न सुनाई देता है l
दो पहिया वाहन चालकों में वृद्ध पुरुष, महिला और सिख समाज के बंधु एवं साफा बांधे हुए व्यक्ति के लिए हेलमेट पहनकर गाड़ी चलाना काफी कष्टप्रद व कठिनाई पूर्ण होता है l हेलमेट के कारण एक अतिरिक्त बोझ का सामना भी वाहन चालक को करना पड़ता है l
इसी प्रकार सर्वाइकल, रूपोंडीनलॉसेस , हर्नियटेड डिस्क ,स्टेनोसिस , मांसपेशियों के खिंचाव और अर्थराइटीस जैसी बीमारियों के मरीजों को हेलमेट पहन कर दो पहिया वाहन चलाना काफी कष्टप्रद होता है l नागरिकों को अतिआवश्यक कार्य से अचानक घर से बाहर जाना हो अथवा शवयात्रा या उठावने में जाना हो तब हेलमेट एक बड़ी समस्या बन जाता है l
जिला प्रशासन द्वारा हेलमेट पहनकर दो पहिया वाहन चलाना अनिवार्य करना तथा हेलमट पहने बिना पेट्रोल पंपों पर दो पहिया वाहन चालकों को पेट्रोल नहीं देना अत्यंत अव्यवहारिक निर्णय है l जिसे तुरंत वापस लिया जाना अतिआवश्यक है l
मुख्यमंत्री डॉ. श्री मोहन यादव ने भाजपा पूर्व विधायक श्री सुदर्शन गुप्ता को आश्वस्त किया कि इस विषय में सरकार गंभीरता से विचार कर शीघ्र निर्णय लेगी तथा उन्होंने चर्चा में स्वीकार किया कि इस संबंध में जनता व जनप्रतिनिधियों की ओर से लगातार शिकायतें आ रही है l