भारत के दिल कहे जाने वाले मध्यप्रदेश में कई ऐसे खूबसूरत हिल स्टेशन है, जो सुकुन का एहसास दिलाते है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको एमपी के ऐसे हिल स्टेशन के बारे में बताने वाले है, जो एक समय अंग्रेजो का गढ़ हुआ करता था।
हम बात कर रहे है छिंदवाड़ा जिले के तामिया हिल स्टेशन की। जहां ब्रिटिश काल के सालों पुराने घर मिल जाएगे। इन्हें देखने के लिए टूरिस्ट यहां दूर-दूर से आते है। अगर आप भी अपनी ट्रिप प्लान कर रहे है तो तामिया हिल स्टेशन आपके लिए एक बेस्ट ऑप्शन हो सकता है।
चारों ओर शांति, हरे-भरे घने जंगलो और पहाड़ो की चोटी पर बसा तामिया हिल स्टेशन का नजारा हू-बहू-हू फिल्मों मे दिखाई गई किसी रोमांटिक जगह से कम नहीं लगता है। तामिया हिल घने जंगलो और पहाड़ो के बीच बसा है, जो आज भी दुनिया के उन अनदेखी जगहो में से एक है, जहां इंसान को एक बार जरूर जाना चाहिए।
यहां मौजूद ब्रिटिश काल के कई पुराने घर, जो कि कुछ बेहतरीन चट्टानों और जगहों पर मौजूद है।समुद्र तल से करीब 3,765 फीट ऊंचाई पर मौजूद सरकारी डाक बंगला इन्हीं घने जंगलो से घिरा हुआ है। यहां अंग्रेजो की मौजूदगी का सबूत मिलता है। तामिया एकदम शांत जगह है।
तामिया हिल स्टेशन पर ना ही गाड़ियों का शोर-शराबा और ना ही लोगो की चहल-पहल। यहां कुछ अगर सुनाई देगा, तो वह है बस पक्षियों की चहचाहट और झरने के बहते पानी की आवाज। जी हां, तामिया हिल स्टेशन पर एक झरना भी है। मॉनसून के दौरान ये झरना पूरे शबाब में नजर आता है। ऊंचाई से गिरता ये झरना चारो तरफ धुंध बना देता है, जिसे देखते ही आप इसकी खूबसूरती और मनमोहक नजारे से आकर्षित हो जाएंगे।
छिंदवाड़ा के तामिया हिल स्टेशन आने का सबसे अच्छा समय जून से सितंबर महीना है। क्योंकि मॉनसून के चलते यहां के हरे-भरे जंगल एक बार फिर जीवंत होकर ताजगी और सुकुन का एहसास दिलाते है।