सरकार ने इनकम टैक्स बिल 2025 वापस लिया, अब आएगा नया और आसान टैक्स कानून

शुक्रवार को केंद्र सरकार ने इनकम टैक्स बिल 2025 को औपचारिक रूप से वापस ले लिया है। सरकार अब इसके स्थान पर एक नया और सरल बिल संसद में पेश करने जा रही है। गौरतलब है कि पुराना बिल 13 फरवरी को लोकसभा में पेश किया गया था। अब इसकी जगह 11 अगस्त को नया इनकम टैक्स बिल सदन के पटल पर रखा जाएगा।

क्यों बदला जा रहा है पुराना इनकम टैक्स कानून?

भारत में आयकर अधिनियम 1961 बीते छह दशकों से लागू है। इस दौरान इसमें करीब 4000 से अधिक संशोधन हो चुके हैं, जिससे यह कानून बेहद जटिल हो गया है। इसमें पांच लाख से ज्यादा शब्द शामिल हो चुके हैं, और टैक्सपेयर्स के लिए इसे समझना बेहद कठिन होता गया। यही वजह है कि सरकार अब एक सरल, स्पष्ट और प्रभावी टैक्स सिस्टम लाने की दिशा में कदम उठा रही है।
<

h2>नया बिल होगा सरल और प्रभावी

इस नए बिल में भाजपा सांसद बैजयंत पांडा की अध्यक्षता वाली समिति द्वारा सुझाई गई अधिकतर सिफारिशों को शामिल किया जाएगा। समिति ने टैक्स कानून को आसान बनाने, गैर-जरूरी कानूनी भाषा हटाने और छोटे व्यापारियों के लिए इसे अधिक अनुकूल बनाने पर जोर दिया है। नया बिल टैक्स कानून को लगभग 50% तक सरल कर देगा।

क्या टैक्स स्लैब में बदलाव होगा?

लोगों के मन में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि क्या इस नए कानून के साथ टैक्स स्लैब में भी कोई बदलाव देखने को मिलेगा। इस पर सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि नए बिल में टैक्स दरों (Tax Rates) में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। इसका उद्देश्य सिर्फ टैक्स नियमों को आसान बनाना और अनुपालन को सहज बनाना है।

आम करदाता और छोटे व्यापारियों को राहत

नया बिल खास तौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद होगा, जो टैक्स नियमों की पेचीदगियों से परेशान रहते हैं। इसका लाभ व्यक्तिगत करदाताओं, छोटे व्यापारियों और एमएसएमई सेक्टर को सीधे तौर पर मिलेगा।

क्यों जरूरी था नया बिल लाना?

सरकार का मानना है कि पुराना इनकम टैक्स एक्ट अब समय के साथ पुराना और बोझिल हो चुका है। बार-बार किए गए संशोधन, कानूनी उलझनें और तकनीकी शब्दों की भरमार से यह आम लोगों के लिए समझ के बाहर हो गया था।