इंदौर शहर को मेट्रो की सौगात तो मिल चुकी है लेकिन अब शहर के मध्य से मेट्रो को चलाने की कवायद तेज हो चुकी है। जिसके चलते सोमवार को विधायक गोलू शुक्ला और महापौर के नेतृत्व में अटल सिटी बस कार्यालय में मेट्रो अधिकारियों के साथ बैठक हुई। जिसमें मेट्रो स्टेशन निर्माण के चलते विधानसभा क्रमांक 3 के एम.जी. रोड थाना क्षेत्र स्थित गुमटी संचालकों और खेल कार्यालयों के विस्थापन पर अहम बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने की, वहीं विधायक गोलू शुक्ला ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
विरासत के संरक्षण का रखे ख्याल
महापौर ने मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी किसी तरह के निर्माण कार्य से पहले महापौर और विधायक को पूर्ण जानकारी दी जाए। उन्होंने कहा कि विकास कार्य जरूरी हैं, लेकिन इसके साथ पारंपरिक खेल गतिविधियों, सांस्कृतिक धरोहरों और पुराने मंदिरों का संरक्षण भी प्राथमिकता से किया जाना चाहिए ।
दुकानदारों को शिफ्ट करने बाद करें काम
बैठक में तय किया गया कि गुमटी संचालकों और खेल कार्यालयों को वैकल्पिक एवं उपयुक्त स्थान नियमानुसार उपलब्ध कराए जाने के बाद ही मेट्रो का कार्य शुरू करें। इसके साथ ही मंदिरों के पुनर्निर्माण और खेल सुविधाओं की निरंतरता के लिए विशेष व्यवस्था भी की जाए। महापौर ने मेट्रो अधिकारियों से विस्तृत योजना शीघ्र प्रस्तुत करने को कहा है।
विरासत के संरक्षण का विशेष प्रयास
इंदौर शहर के बीच से मेट्रो निकालने के दौरान कई एतिहासिक इमारते भी बीच में आ रही है जिसके संरक्षण के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे है। लेकिन जानकारों को मानना है कि मेट्रों का निर्माण कार्य चलने से एतिहासिक इमारतों को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए निर्माण कार्य के दौरान पुरी एतिहात मेंट्रो अधिकारियों को अपनाने की आवश्यकता है। इसको लेकर तमाम जानकारी महापौर और विधायक ने दी