भरोसा जताने पाउडर से पहले तांबे का लोटा किया साफ साफ, फिर चांदी की पायल, दो सोने के मंगलसूत्र व रिंग दिए तो लेकर चंपत हो गए
मुकेश चतुर्वेदी गंजबासौदा। मंगलवार को दो लोगों ने बेहलोट रोड पर महिलाओं को बर्तन जेबर चमकाने का पाउडर दिखाया। उनका विश्वास हासिल करने के लिए पहले तांबे के लोटे को पाउडर के घोल में डाला उसे गर्म कर आया। जब चमक गया तो चांदी की पायल को भी इसी तरह साफ किया और जम का दिया। बाद में जब महिलाओं का विश्वास हासिल कर लिया तो उनके गले के मंगलसूत्र और हाथ की रिंग साफ कराने ले ली। उनको भी गर्म किया। महिलाओं को वापस दे दिया। जब पानी ठंडा हुआ तो खोल कर देखा लेकिन सोने के जेवर गायब थे। यह घटना मंगलवार को भोपाल में पदस्थ सब इंस्पेक्टर राजेश शुक्ला के परिवार के साथ दोपहर साढ़े 11 बजे उस समय हुई जब बेहलोट बायपास मार्ग पर उनकी पत्नी ममता शुक्ला और पेटी सोनिका घर पर थी। तभी दो युवक सफेद कार से आए। उन्होंने कार को पास की दुकान के सामने खड़ा कर दिया। पैदल चलकर घर पहुंचे। बोले बर्तन और जेवर चमकाने के लिए पाउडर ले लो। कंपनी ने नया प्रोडक्ट निकाला है। प्रचार के लिए बाजार से आधे मूल्य पर दे रही है। पाउडर का इस्तेमाल करने के लिए उन्होंने तांबे का लोटा मांगा। उसे पाउडर में डालकर चमकाया। फिर हल्दी मंगा कर पानी में डालकर उसे गरम कराया। जब ताबे का लोटा चमक गया। तो फिर उन्होंने पैर की पायल लेकर इसी विधि से साफ कर दिया। दोनों चीजें ऐसे लग रही थी जैसे अभी बाजार से खरीद कर लाई गई हों। जब शुक्ला परिवार की महिलाओं का उन्होंने विश्वास जीत लिया। तो बोले आपके गले के मंगलसूत्र भी इसी प्रकार साफ हो जाएंगे। उन्होंने उनको साफ कराने से मना कर दिया। लेकिन बोले आप पाउडर ले या न लें। इनको साफ करालें यह काफी भद्दे हो गए हैं। उन्होंने अपना और अपनी बेटी का मंगलसूत्र दे दिया। हाथ की रिंग भी उतारकर दे दी। उसे उन्होंने एक डिब्बे में पानी डाला फिर उसमें थोड़ा सा पाउडर डाल दिया। फिर बोले से गर्म कर लें। जब वह डिब्बों को गर्म करके लायीं। तो बोली थोड़ी सी हल्दी और ला दें उसे डालने से इसमें चमक ज्यादा आ जाएगी। वह हल्दी लेने चली गई। क्योंकि पानी गर्म था। इसलिए उन्होंने सोचा ठंडा हो जाएगा। तो मंगलसूत्र और रिंग वापस से निकाल लेंगे। जब पानी ठंडा हुआ तो उस डिब्बे से मंगलसूत्र और रिंग गायब थी। उनको समझ आ गया। उनके साथ ठगी हो गई।
सीसीटीवी मैं कार दिखी
राजकुमार शुक्ला ने बताया जिस दुकान के सामने उन्होंने कार खड़ी की थी। उसके पास ही सीसीटीवी कैमरे लगे हुआ था। जब उसके फुटेज देखे गए। तो कार रेलवे स्टेशन की ओर जाती हुई दिखाई दी। लेकिन जब छानबीन की गई। वहां के सीसीटीवी कैमरे देखे गए तो कार रेलवे स्टेशन नहीं पहुंची। उसके बाद फ्रीगंज के एक मकान में लगे सीसीटीवी कैमरे को देखा गया। तो कार की लोकेशन वहां भी नहीं मिली। कार बीच में कहां गायब हो गई। उसे खोजने में परिवार सहित पुलिस के लोग समाचार लिखने तक लगे हुए थे। फिलहाल इस ठगी की रिपोर्ट सिटी कोतवाली मैं दर्ज कराई गई। टीआई कुंवर सिंह मुकाती ने बताया मामले की जांच की जा रही है।