सोना-चांदी सिर्फ फैशन नहीं, बल्कि सेहत का भी है खजाना, जानें इन्हें पहनने का सही तरीका

Gold Silver Benefits: यह बात तो हम सब जानते हैं कि सोना और चांदी सिर्फ दिखने में खूबसूरत नहीं होते, बल्कि ये हमारे शरीर और मन पर भी गहरा असर डालते हैं। प्राचीन शास्त्रों से लेकर आधुनिक विज्ञान तक, दोनों मानते हैं कि धातुओं का हमारी ऊर्जा, सेहत और मानसिक स्थिति पर सीधा प्रभाव पड़ता है। अगर इन्हें सही अंग में पहना जाए, तो ये हमारे स्वास्थ्य, भाग्य और व्यक्तित्व को निखार सकते हैं।

नीचे जानिए, किस अंग में कौन-सी धातु पहनना फायदेमंद माना जाता है और इसके पीछे क्या शास्त्रीय और वैज्ञानिक कारण हैं।

अंगुलियों में धातु का असर

हमारी हर अंगुली एक खास ग्रह और ऊर्जा से जुड़ी मानी जाती है। सही धातु पहनने से उस ग्रह का सकारात्मक असर बढ़ता है।

अंगूठा (Thumb) : अंगूठे में सोना पहनना आत्मविश्वास, निर्णय लेने की क्षमता और सकारात्मक सोच को मजबूत करता है। शास्त्रों के अनुसार अंगूठा सूर्य से जुड़ा है, और सोना उसकी ऊर्जा को संतुलित करता है।

तर्जनी (Index Finger) : इस उंगली में चांदी या प्लैटिनम धारण करने से बुद्धि तेज होती है, सोच स्पष्ट रहती है और पेशेवर जीवन में प्रगति के अवसर बढ़ते हैं। यह उंगली बृहस्पति ग्रह के प्रभाव से जुड़ी मानी जाती है।

मध्यमा (Middle Finger) : इस उंगली में सोना या पिंक गोल्ड पहनना मन को संतुलित रखता है और सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है।

अनामिका (Ring Finger) : इस उंगली में सोना धारण करने से प्रेम और रिश्तों में मजबूती आती है, साथ ही सामाजिक सम्मान भी बढ़ता है।

कनिष्ठा (Little Finger) : छोटी उंगली में चांदी पहनने से मन शांत रहता है और धन-संपत्ति पाने की संभावनाएं बेहतर होती हैं।

कलाई पर कंगन का महत्व

कलाई सिर्फ फैशन दिखाने की जगह नहीं है, बल्कि यह हमारे शरीर के ऊर्जा केंद्रों से जुड़ी होती है।

सोने का कंगन : जीवनशक्ति और शारीरिक ऊर्जा को बढ़ाता है।

चांदी का कंगन : तनाव, थकान और नकारात्मक ऊर्जा से बचाता है।

आयुर्वेद के अनुसार, कलाई की नसें शरीर के कई महत्वपूर्ण अंगों से जुड़ी होती हैं, इसलिए सही धातु पहनना सेहत के लिए फायदेमंद होता है।

गले में हार और लटकन

गले में पहने जाने वाले आभूषण सिर्फ सजावट नहीं, बल्कि सेहत और ऊर्जा का भी साधन हैं।

सोने का हार : हृदय और रक्त परिसंचरण को बेहतर बनाता है।

चांदी का हार : मानसिक शांति लाता है और नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा करता है।

शास्त्र कहते हैं कि गले में धातु पहनना सुरक्षा और समृद्धि का प्रतीक है, जबकि विज्ञान मानता है कि सोना और चांदी शरीर की ऊर्जा को संतुलित करते हैं।

कान की बालियों का प्रभाव

कान में आभूषण पहनना सिर्फ सौंदर्य के लिए नहीं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है।

सोने की बालियां : कान और आंखों की सेहत में सुधार करती हैं।

चांदी की बालियां : मानसिक तनाव कम करती हैं और इम्यूनिटी बढ़ाती हैं।

शास्त्र और विज्ञान का मेल

शास्त्रों के अनुसार, हर धातु किसी न किसी ग्रह से जुड़ी होती है और उसका असर हमारे शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर पड़ता है। विज्ञान भी इस बात की पुष्टि करता है कि चांदी में जीवाणुनाशक गुण होते हैं, जबकि सोना रक्त संचार को बेहतर बनाता है। इसलिए, उचित धातु को सही स्थान पर धारण करना न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, बल्कि जीवन में सकारात्मक ऊर्जा भी भर देता है।

Disclaimer : यह जानकारी धार्मिक मान्यताओं और परंपराओं पर आधारित है। स्वतंत्र समय इसकी प्रामाणिकता या वैज्ञानिक पुष्टि का समर्थन नहीं करता है।