भोपाल में 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मुख्य समारोह में रतलाम के दो पुलिस अधिकारियों को सीएम मोहन यादव ने सम्मानत किया। जिसे लेकर शहर के पूरे पुलिस प्रशासन में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। आपको बता दें कि एएसपी राकेश खाखा को राष्ट्रपति पुलिस मेधावी सेवा पदक 2025 और बिलपांक थाना प्रभारी अयुब खान को राष्ट्रपति वीरता पुरूस्कार से नवाजा गया। दोनो अधिकारियों को उपलब्धि मिलने पर रतलाम पुलिस ने बधाई दी।
गौरतलब है कि एएसपी राकेश खाखा को पुलिस सेवा में 25 साल पूरे होने पर राष्ट्रपति पदक दिया गया है। खास बात ये है कि उनके पूरे कार्यकाल में ना केवल साहसिक और उत्कृष्ट कार्य शामिल रहे, बल्कि उनके खिलाफ कोई आरोप भी नहीं लगे। इस कारण उन्हें राष्ट्रपति पुलिस मेधावी सेवा पदक के लिए चुना गया। इसकी घोषणा 7 महीने पहले केंद्रीय गृह मंत्री ने करदी थी।
वहीं बिलपांक थाना प्रभारी अयुब खान को 2024 में घोषित राष्ट्रपति वीरता पुरुस्कार इस साल मिला।बता दें कि ये सम्मान उन्हें रतलाम के कुख्यात इनामी बदमाश दिलीप दिवेल को एनकाउंटर में मार गिराने के लिए दिया गया है। दिलीप दिवेल पर 6 लोगों की हत्या का आरोप था और उस पर 50 हजार का इनाम भी घोषित था।
कुख्यात आरोपी दिलीप ने 18 जून 2020 को रतलाम की डॉ. प्रेमकुंवर सिसौदिया की हत्या की थी और उस पर 25 नवंबर 2025 को राजीव नगर में गोविंद सोलंकी, उनकी पत्नी और बेटी दिव्या की हत्या का आरोप भी था। जिसके बाद रतलाम पुलिस ने 3 दिसंबर 2020 को उसकी घेराबंदी की, इस दौरान उसने फायरिंग भी की। इसके बदले पुलिस ने उसे एनकाउंटर कर मौत के घाट उतार दिया।
इस मुठभेड़ में तत्कालीन माणकचौक थाना प्रभारी और वर्तमान थाना प्रभारी अयुब खान, एसआई अनुराग यादव समेत साइबर सेल कॉन्सटेबल हिम्मतसिहंस, विपुल भावसार और बलराम पाटीदार घायल हो गए थे। इस बहादुरी के लिए मुख्यमंत्री ने बिलपांक थाना प्रभारी अयुब खान को राष्ट्रपति वीरता पुरूस्कार से सम्मानित किया।