स्कूली बच्चों के आधार कार्ड बनाने और उनमें सुधार की प्रक्रिया को लेकर अब माता-पिता को अलग-अलग जगह भटकने की परेशानी नहीं उठानी होगी। मध्यप्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग ने इस पूरी प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए एक नई व्यवस्था शुरू करने का निर्णय लिया है। अब बच्चों के आधार कार्ड स्कूल में ही बनाए और अपडेट किए जा सकेंगे। इसके लिए राज्य शिक्षा केंद्र ने भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) के साथ मिलकर एक विशेष अभियान तैयार किया है। इस अभियान का नाम ‘विद्यार्थी के लिए आधार, अब विद्यालय के द्वार’ रखा गया है।
राजधानी और अन्य जिलों के बच्चों को इस व्यवस्था का सीधा लाभ मिलेगा। जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) नरेंद्र अहिरवार ने जानकारी दी कि भोपाल सहित प्रदेश के स्कूलों में यह अभियान जल्द ही शुरू किया जाएगा। हालांकि, फिलहाल इस अभियान की तारीख तय नहीं की गई है, लेकिन उम्मीद है कि इसे शीघ्र ही लागू कर दिया जाएगा। इसके चलते बच्चों के माता-पिता को आधार कार्ड के लिए अलग-अलग केंद्रों पर जाने की जरूरत नहीं होगी।
राज्य शिक्षा केंद्र ने इस अभियान को चरणबद्ध तरीके से शुरू करने की योजना बनाई है। पहले चरण की शुरुआत 18 अगस्त से करने की तैयारी की जा रही है। इस चरण में प्रदेश के 40 जिलों के स्कूलों का चयन किया गया है, जहां यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इन स्कूलों में आधार पंजीयन और अपडेट दोनों ही कार्य किए जाएंगे, जिससे बड़ी संख्या में बच्चों को राहत मिल सके।
यूआईडीएआई ने इस अभियान के लिए उन पिन कोड क्षेत्रों की पहचान की है, जहां सबसे अधिक बच्चों के आधार कार्ड से जुड़े बायोमैट्रिक अपडेट लंबित हैं। इन क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जाएगी, ताकि जिन छात्रों के आधार अपडेट की समस्या काफी समय से अटकी हुई है, उसका समाधान हो सके। इस व्यवस्था से न सिर्फ आधार से जुड़े कार्य आसान होंगे, बल्कि छात्रों के भविष्य में उपयोग होने वाले दस्तावेजों की शुद्धता भी सुनिश्चित हो सकेगी।