नई दिल्ली। दुनिया में सोने gold का दूसरा सबसे बड़ा उपभोगकर्ता देश भारत इसके निर्यात पर बड़ा फैसला ले सकता है। दरअसल, सरकार और सराफा बाजार के सूत्रों के हवाले से मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार केंद्र सरकार सोने gold पर इंपोर्ट ड्यूटी घटाने पर विचार कर रही है। माना जा रहा है कि सोने की स्मगलिंग करने वालों को झटका देने के लिए सरकार यह फैसला ले सकती है। दरअसल, सोने के आयात पर ज्यादा कर लगने से सोना gold स्मगल करने वालों के लिए यह मुनाफे का सौदा बना जा रहा है। सोना स्मगल करने वाले बैंकों और एक नंबर सोना कारोबार करने वालों का एक बड़ा हिस्सा उड़ा ले जाने में सफल हो रहे हैं, क्योंकि उन्हें इसपर कोई कर नहीं चुकाना पड़ रहा। ऐसे में सूत्रों के अनुसार सरकार सोने के आयात पर लगने वाली इंपोर्ट ड्यूटी कम करने पर विचार कर रही है। भारत में पीक डिमांड सीजन से पहले सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी कम होने से देश में इसकी मांग में वृद्धि हो सकती है। ऐसा होने से पिछले कुछ दिनों में वैश्विक स्तर पर कमजोर हो रहे सोने gold की कीमतों को सहारा मिल सकता है।
घरेलू गोल्ड रिफाइनरियों की गतिविधियां बढ़ेंगी:
अगर सरकार सोने gold पर इंपोर्ट ड्यूटी घटाने का फैसला लेती है तो इससे घरेलू गोल्ड रिफाइनरियों की गतिविधि में भी इजाफा होगा। बता दें कि पिछले दो महीनों से घरेलू रिफाइनरियों में कामकाज ठप था क्योंकि वे ग्रे मार्केट आॅपरेटर्स यानी सोना स्मगलरों के साथ प्रतिस्पर्धा नहीं कर पा रहे थे। सरकार से जुड़े सूत्रों की मानें तो सरकार सोने की वर्तमान प्रभावी दरों को 12 प्रतिशत तक घटाना चाहती है। इस मसौदे पर चर्चा चल रही है। जल्दी ही निर्णय ले लिया जाएगा। सोने पर सरकार की ओर से फिलहाल 18.45% इफेक्टिव ड्यूटी लगती है। इनमें 12.5 प्रतिशत इंपोर्ट ड्यूटी, 2.5% एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर सेस और अन्य टैक्स आते हैं।