इंदौर में स्थित एक अति प्राचीन मंदिर, जिसका नाम है इंद्रेश्वर महादेव मंदिर, इसी मंदिर से इंदौर शहर को अपना नाम मिला है। अब इसी मंदिर को उज्जैन के महाकाल लोक की तर्ज पर इंद्रेश्वर लोक में विकसित किया जाएगा। मंदिर के आसपास के क्षेत्र को भी इंद्रश्वर लोक में शामिल करने की योजना है।
आपको बता दें कि पंढरीनाथ मंदिर से इंद्रेश्वर महादेव मंदिर तक 4 करोड़ 36 लाख रूपए में कॉरिडोर बनाया जाएगा। इंदौर विकास प्राधिकरण ने इसे इंद्रेश्वर लोक में तब्दील करने के लिए प्रोजेक्ट तैयार कर लिया है। इंद्रेश्वर लोक को उसी तर्ज पर विकसित किया जाएगा जैसे देश में पौराणिक स्थल होते है।
इंद्रेश्वर लोक में भव्य प्रवेश द्वार के अलावा दर्शन के बाद भक्तों के लिए परिसर में बैठने के लिए पर्याप्त स्थान, लैंड स्केपिंग, पूजन सामग्री और प्रसाद की दुकानें भी बनाए जाएगी। इसके लिए जिला प्रशासन ने मंदिर के आसपास के निर्माण,अवैध निर्माण और ऐसे स्थान जिन्हें मंदिर परिसर में शामिल कर एक जैसा विकसित किया जा सके, इसके लिए सर्वे भी शुरू कर दिया है।
संभागायुक्त दीपक सिंह के निर्देशन में इंद्रेश्वर लोक का प्रोजेक्ट पूरा किया जाएगा। संभागायुक्त के अनुसार पंढरीनाथ मंदिर में आते ही लोगो को इंद्रेश्वर महादेव लोक नजर आएगा। मंदिर के पास ही मंगलानाथ महादेव मंदिर भी है। पंढरीनाथ से इंद्रेश्वर महादेव तक पूरा कॉरिडोर बनाया जायेगा, ताकि शहर के बीच एक नया धार्मिक पर्यटन स्थल बन जाएगा।
आपको बता दें कि इस प्राचीन मंदिर में जिस तरह के पोल लगे होते है, वैसे ही यहां भी बनाए जाएंगे। मंदिर में दशको पुरानें पत्थर की दीवार और पोल का कैमिकल ट्रीटमेंट किया जाएगा। ताकि उन पर चमक आएगी और क्षरण भी रूक जाएगा। साथ ही मंदिर परिसर में म्यूरल्स भी बनाए जांएगे।
मंदिर के शिखर का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। इसे नए सिरे से नहीं बनाया जाएगा, बल्कि बरसों पुराने शिखर को ही मरम्मत कर उसे अगले 60-70 सालों के हिसाब से मजबूत किया जाएगा। प्राचीन मंदिर का शिखर मंदिर की पहचान है, इसलिए उसे संरक्षित किया जाएगा।