इंदौर से अपने घर कटनी रक्षाबंधन मनाने निकली सिविल जज की तैयारी कर रही अर्चना तिवारी को गायब हुए 13 दिन बीत चुके है। लेकिन अब तक उसका कोई अता-पता नहीं है। हाल ही में अर्चना तिवारी मिसिंग केस में एक नया मोड सामने आया है। सूत्रो के अनुसार बताया जा रहा है कि अर्चना ग्वालियर जिले के भंवरपुर थाने में पदस्थ कांस्टेबल राम तोमर के सम्पर्क में थी और उसी ने अर्चना का टिकट इंदौर से ग्वालियर तक के लिए कराया था। अर्चना की कॉल डिटेल खंगालने पर आरक्षक का एंगल सामने आया।
फिलहाल पुलिस हर एंगल में जांच पड़ताल कर रही है कि अर्चना ग्वालियर भी पहुंची थी या रास्ते में ही गायब हो गई। वहीं अर्चना की गुमशुदगी में किसी बड़ी साजिश के एंगल से भी जांच जारी है। साथ ही पुलिस की टीम में ग्वालियर में पदस्थ कॉन्सटेबलल राम तोमर को भी हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। जल्द ही अर्चना तिवारी मिसिंग केस में ग्वालियर पुलिस कोई बड़ा खुलासा कर सकती है।
गौरतलब है कि अर्चना तिवारी की सर्चिंग में पुलिस जीआरपी से लेकर एसडीआरएफ की टीम सरगर्मी से इंदौर, भोपाल, इटारसी, जबलपुर, कटनी, बिलासपुर से ले कर ग्वालियर तक सर्चिंग अभियान में जुटी हुई है। आपको बता दें कि अर्चना तिवारी 7 अगस्त को इंदौर के सत्कार गर्ल्स हॉस्टल से नर्मदा एक्सप्रेस के थर्ड एसी कोच ( B-3 बर्थ नंबर 3)में बैठी थी। उसकी आखिरी लोकेशन भोपाल और नर्नदापुरम के बीच मिली। उसका बैग उमरिया रेलवे स्टेशन पर बरामद हुआ था।
हालाकि अर्चना का कोई सुराग अभी तक नहीं मिला है। लेकिन ग्वालियर के कांस्टेबल राम तोमर के मोबाइल में 7 अगस्त को यात्रा से पहले कॉल डिटेल्स में अर्चना से बातचीत पाई गई। साथ ही पुलिसअर्चना तिवारी की सर्चिंग मिडघाट के जंगलो में कर रही है। ये भी आशंका है कि अर्चना ट्रेन से गिर गई हो। पुलिस ट्रेन के सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन और सहयात्रियों से पूछताछ के आधार पर भी जांच कर रही है।