2030 तक इंदौर की जीडीपी डबल करने के लिए सांसद शंकर लालवानी का IIT में संवाद

इंदौर को रहने के लिए भारत का बेहतर शहर बनाने के उद्देश्य से आईआईटी इंदौर में एक विशेष संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें इंदौर शहर की वर्ष 2030 तक की जीडीपी डबल करने के लिए आवश्यक संसाधन विषय पर सांसद शंकर लालवानी ने आईआईटी के प्रोफेसर एवं छात्रों से संवाद किया। कार्यक्रम में IIT इंदौर के निदेशक प्रो. सुहास जोशी ने इसकी जमकर सराहना की।

सांसद का जीडीपी पर मंथन दूरदर्शी
IIT इंदौर के निदेशक प्रो. सुहास जोशी ने कहा कि “किसी लोकसभा क्षेत्र की GDP को डबल करने का यह विचार बेहद अभिनव और दूरदर्शी है। इसको लेकर तकनीक, नवाचार और अपस्किलिंग से इंदौर में एक नई आर्थिक ऊंचाई प्राप्त कर सकता है, और इसमें आईआईटी इंदौर एक अहम भूमिका निभा सकता है।
औद्योगिक विकास में क्रांतिकारी परिवर्तन
 “IIT इंदौर जैसी विश्वस्तरीय संस्था का मेरे लोकसभा क्षेत्र में होना गौरव की बात है। यहां के छात्रों और प्रोफेसरों की प्रतिभा और शोध हमारे शहर के औद्योगिक विकास में क्रांतिकारी परिवर्तन ला सकते हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ बुनियादी ढांचे का विकास नहीं, बल्कि GDP की सोच से विकास का एक नया मॉडल बनाना है।” सांसद लालवानी ने आईआईटी द्वारा इंदौर एवं आसपास के क्षेत्र के विकास के लिए चलाई जा रही विभिन्न पायलट प्रोजेक्ट्स एवं स्टडी की सराहना की और कहा कि आईआईटी का राष्ट्र निर्माण में बहुत बड़ा योगदान रहा है और आईआईटी इंदौर में भी बहुत कम समय में ख्याति अर्जित की है। उन्होंने टेक्नोलॉजी को क्षेत्रीय स्तर पर लागू करने के लिए पायलट प्रोजेक्ट्स पर विचार करने का सुझाव दिया और शहर के युवाओं को स्टार्टअप्स व रिसर्च आधारित इंडस्ट्री में भागीदारी के लिए प्रेरित किया।

सांसद ने किया युवाओं से संवाद
संवाद कार्यक्रम में छात्रों ने रोजगार, स्टार्टअप संस्कृति, पर्यावरण, लोकल मैन्युफैक्चरिंग और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन से जुड़ी समस्याओं और सुझावों को साझा किया। सांसद लालवानी ने हर सुझाव को गंभीरता से सुना और कहा कि आने वाले समय में आईआईटी के साथ मिलकर टेक्नोलॉजी आधारित कार्यशालाएं और पायलट प्रोजेक्ट्स प्रारंभ करेंगे। इस अवसर पर कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से  वरिष्ठ अर्थशास्त्री डॉ. जयंतीलाल भंडारी, प्रेस्टीज मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट के डॉ दीपक जारोलिया, चिन्मय मांजरेकर, सांसद सेवा संकल्प से अनिल भंडारी, अजय जैन, अनुराग सिकरवार, IIT इंदौर के प्रोफेसर्स बड़ी संख्या में उपस्थित थे।