मध्यप्रदेश में इस समय मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदला हुआ है। कहीं पर झमाझम बारिश हो रही है, तो कहीं हल्की बूंदाबांदी का दौर चल रहा है। पूर्वी मध्यप्रदेश के साथ-साथ अब पश्चिमी हिस्से में भी मानसून सक्रिय हो चुका है। मौसम विभाग का कहना है कि आज यानी 20 अगस्त 2025 को प्रदेश के अधिकांश जिलों में तेज बारिश का दौर देखने को मिल सकता है। आने वाले चार दिन तक मानसून पूरी तरह से मेहरबान रहेगा और बारिश का सिलसिला लगातार जारी रहेगा।
मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को प्रदेश के 23 जिलों में भारी बारिश की आशंका जताई गई है, जिसके लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, राजधानी भोपाल, इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर जैसे बड़े शहरों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बताई गई है। इसका मतलब है कि आने वाले दिनों में प्रदेश के आधे से ज्यादा हिस्से में आसमान से पानी की अच्छी बरसात होने वाली है। इस समय जो मौसम बना हुआ है, वह मानसून टर्फ, डिप्रेशन और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम के सक्रिय होने का नतीजा है।
अगर जिलों की बात करें तो मौसम विभाग ने साफ किया है कि नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, धार, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, सीहोर, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, जबलपुर, सिवनी, डिंडौरी, मंडला और बालाघाट जिलों में अच्छी बारिश दर्ज की जा सकती है। इन जिलों में कहीं-कहीं पर भारी से बहुत भारी बारिश भी हो सकती है, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
इस बारिश से जहां किसानों को राहत मिलेगी और खरीफ की फसलों के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध होगा, वहीं कई जिलों में निचले इलाकों में जलभराव और नदी-नालों के उफान पर आने की संभावना भी रहेगी। प्रशासन ने भी लोगों से अपील की है कि ऐसे इलाकों में अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें और सावधानी बरतें।