इंदौर के फीनिक्स हॉस्पिटल में आयुष्मान कार्ड धारकों से अवैध वसूली, इंडेक्स हॉस्पिटल भी पहले खेल चुका यही खेल

इंदौर में आयुष्मान कार्ड योजना के नाम पर बड़ा घोटाला उजागर हुआ है। फिनिक्स हॉस्पिटल के संचालक बिरला पर गंभीर आरोप लगे हैं। सूत्रो के अनुसार खुलासा हुआ है कि फिनिक्स हॉस्पिटल में आयुष्मान कार्ड धारको से इलाज और भर्ती के नाम पर अवैघ वसूली की जा रही है। यानी अस्पताल ने इलाज का पूरा पैसा आयुष्मान कार्ड से वसूला, लेकिन इसके बावजूद मरीजों से हजारों रुपए नकद लिए गए।

बताया जा रहा है कि एक मरीज से 16 हजार और दुसरे से 40 हजार रूपए वसूले गए। मरीज के परिजनों ने ओडियो सबूत भी बताए। इतना ही नहीं, इन पैसों की कोई रसीद या बिल भी उन्हे नहीं दिया गया। आरोप सामने आने के बाद सीएमएचओ डॉ. हसानी खुद अस्पताल पहुंचे और जांच शुरू की। अधिकारियों का कहना है कि ये सिर्फ आयुष्मान घोटाला ही नहीं, बल्कि बिना बिल नकद लेने से जीएसटी चोरी का मामला भी है। फिलहाल इस मामले में प्रशासनिक कार्यवाही शुरू हो गई है।

एडीम के निर्देश पर सीएमएचओ ने यहां दो सदस्यीय जांच टीम गठित करदी है। सीएमएचओ ने फिनिक्स हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण भी किया। निरीक्षण के दौरान जो तस्वीरें सामने आई, उन्होंने अस्पताल प्रबंधन की पोल खोल कर रख दी। फिनिक्स हॉस्पिटल की तीसरी मंजिल पर 20 से ज्यादा मरीज भर्ती थे। लेकिन अस्पताल में  एक भी रजिस्टर्ज डॉक्टर नहीं मिला। वहां केवल एक ही होम्योपैथिक डॉक्टर वहां था, जिस पर सीएमएचओ ने नाराजगी जताई। ऐसे में बड़ा सवाल ये खड़ा हो रहा है कि मरीजों की गंभीर स्थिति में इलाज कौन कर रहा है।

इसके अलावा इस अस्पताल की तीसरी मंजिल पर अवैध निर्माण भी किया गया है। सबसे बड़ी लापरवाही की बात तो ये है कि यहां फायर सेफ्टी सिस्टम तक मौजूद नहीं है। ऐसे में कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है। वहीं सीएमएचओ ने अस्पताल संचालक डॉ, बिरला को जमकर फटकार लगाई है और नर्सिंग होम एक्ट के तहत सख्त कार्यवाही की बात भी कही।  फिलहाल अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी कर जबाव मांगा गया है। इस मामले की जांच जारी है और दोषी पाए जाने पर अस्पताल पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

गौरतलब है कि फीनिक्स हॉस्पिटल से पहले इंदौर में इंडेक्स हॉस्पिटल भी व्यापम  और आयुष्मान योजना घोटाले में सामने आ चुका है। जिसमें इंडेक्स हॉस्पिटल के प्रमुख सुरेश भदोरिया का नाम कई बार सामने आ चुका है। सुरेश भदोरिया व्यापम घोटाले में जेल में बंद भी रहे है।  इसके बाद उनके खिलाफ करोड़ो का आयुष्मान योजना का घोटाला मध्यप्रदेश शासन विभाग की रिपोर्ट में सामने आया। उनके हॉस्पिटल में कई ऐसे गंभीर मामले सामने आए, जिनमें आयुष्मान योजना के तहत बड़े घोटाले किए गए।

जांच में पाया गया कि इंडेक्स हॉस्पिटल में एक नाबालिग 15 साल की बच्ची को ही आईवीएफ (संतान उत्पति उपचार) के लिए भर्ती बना कर आयुष्मान योजना में राशि क्लेम कर दी थी। वहीं इस ट्रीटमेंट के लिए तो अस्पताल में पेनल्ड ही नहीं था। आईवीएफ के तहत इंडेक्स हॉस्पिटल में करीब 200 मरीज भी बताए गए।