शुभांशु शुक्ला से मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की खास मुलाकात, कहा- “उनसे मिलकर गर्व और…”

मध्य प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास तथा संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने नई दिल्ली यात्रा के दौरान भारतीय वायुसेना के गौरव और अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला से सौजन्य भेंट की। इस दौरान उन्होंने शुभांशु को उनकी ऐतिहासिक सफलता पर बधाई देते हुए उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं।

सोशल मीडिया पर अपने विचार साझा करते हुए विजयवर्गीय ने लिखा कि, “शुभांशु ने एक्सिओम-4 मिशन के अंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा कर जो गौरवशाली उपलब्धि हासिल की है, वह पूरे देश की आकांक्षाओं का प्रतीक है। उनसे मिलकर गर्व और सम्मान की भावना और भी गहरी हो गई। उनकी बातों में अंतरिक्ष विज्ञान की ऊँचाई और संवेदनाओं की गहराई दोनों झलकती हैं।”

एक्सिओम-4 मिशन की रोमांचक यात्रा

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शुभांशु शुक्ला ने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि एक्सिओम मिशन के तहत वे करीब दो हफ्ते इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) में रहे। इस दौरान वे न सिर्फ मिशन पायलट बल्कि कमांडर की भूमिका में थे। उन्होंने आगे कहा कि ISS पर रहते हुए टीम ने कई अहम प्रयोग किए, रिसर्च की और खास तस्वीरें भी लीं। इसके लिए उन्हें पहले लंबी ट्रेनिंग से गुजरना पड़ा।

शुभांशु ने बेहद ईमानदारी से स्वीकार किया कि, “अगर कोई कहे कि डर नहीं लगता, तो यह सच नहीं होगा। डर सबको लगता है। लेकिन अंतरिक्ष यात्री इसलिए निडर रहते हैं क्योंकि उनके पीछे एक भरोसेमंद टीम होती है, जिसे वे अपनी जान तक सौंप सकते हैं।”

अगला पड़ाव : गगनयान मिशन

अब शुभांशु शुक्ला का अगला कदम और भी ऐतिहासिक होने वाला है। उनका चयन इसरो के महत्वाकांक्षी गगनयान मिशन के लिए हुआ है। यह भारत का पहला ह्यूमन स्पेस मिशन है, जिसकी लॉन्चिंग 2027 में प्रस्तावित है। इस मिशन के तहत भारतीय वायुसेना के तीन पायलट्स को 400 किमी की ऊँचाई वाले ऑर्बिट में भेजा जाएगा।

वे तीन दिन अंतरिक्ष में रहेंगे, जिसके बाद उनका स्पेसक्राफ्ट हिंद महासागर में सुरक्षित लैंड करेगा। इस मिशन की लागत करीब 20,193 करोड़ रुपए आंकी गई है। गगनयान से पहले इसरो दो खाली टेस्ट फ्लाइट्स भेजेगा। तीसरी फ्लाइट में एक रोबोट को स्पेस पर भेजा जाएगा और चौथी फ्लाइट में इंसान। माना जा रहा है कि पहली टेस्ट फ्लाइट इस साल के अंत तक लॉन्च हो सकती है।