मध्यप्रदेश में इस समय मानसून ट्रफ लाइन और साइक्लोनिक सर्कुलेशन (चक्रवातीय प्रणाली) सक्रिय है। इसके चलते राज्य के कई हिस्सों में लगातार बारिश का दौर बना हुआ है। रविवार को भोपाल और ग्वालियर समेत करीब 30 जिलों में हल्की से लेकर तेज बारिश दर्ज की गई। उमरिया जिले में सबसे अधिक वर्षा हुई, जहां लगभग पौन इंच पानी गिरा। वहीं, डिंडौरी जिले में नर्मदा नदी खतरे के निशान पर बहने लगी और नदी किनारे के घाट पूरी तरह जलमग्न हो गए।
डिंडौरी में नर्मदा उफान पर, मार्ग बंद
डिंडौरी जिले में नर्मदा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि देखी गई। इसका असर आसपास के क्षेत्रों में भी पड़ा और नदी किनारे के सभी घाट डूब गए। खरमेर नदी में भी अचानक बाढ़ आने से डिंडौरी से अमरपुर को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग बाधित हो गया। इसके चलते लोगों की आवाजाही पूरी तरह रुक गई।
मंडला और सतना में बाढ़ की स्थिति
मंडला जिले में नर्मदा नदी का जलस्तर इतना बढ़ा कि महिष्मति घाट का छोटा रपटा पुल पानी में डूब गया। इसके कारण स्थानीय लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं सतना में 3.7 मिमी बारिश होने के बाद निचले इलाकों में जलभराव हो गया। कई बस्तियों और घरों में पानी घुस गया। इसके साथ ही चित्रकूट के प्रसिद्ध गुप्त गोदावरी गुफा में पानी का तेज बहाव पहुंचने पर इसे श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए बंद करना पड़ा।
श्योपुर में रेस्क्यू ऑपरेशन
श्योपुर जिले के वीरपुर क्षेत्र के दिमरछा गांव में कूनो नदी में आई बाढ़ के कारण मुख्य सड़क बंद हो गई। इस बीच एक गर्भवती महिला की तबियत अचानक बिगड़ गई। स्थिति गंभीर होने पर एसडीईआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर नाव की मदद से महिला को सुरक्षित निकालकर नजदीकी अस्पताल पहुंचाया।
इन जिलों में जारी है बरसात
प्रदेश के कई हिस्सों में लगातार रुक-रुक कर वर्षा का सिलसिला बना हुआ है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, रीवा, उज्जैन, शिवपुरी, छतरपुर, सीधी, सतना, दमोह, छिंदवाड़ा, टीकमगढ़, श्योपुर, मुरैना, बालाघाट, मंडला, हरदा, सागर, गुना, विदिशा, शाजापुर, देवास, रतलाम, राजगढ़, बैतूल और नर्मदापुरम समेत कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होती रही।
औसत बारिश का आंकड़ा पूरा होने के करीब
मौसम विज्ञानियों ने बताया कि अब तक प्रदेश में औसतन 34.2 इंच बारिश दर्ज की जा चुकी है। यदि 2.8 इंच और पानी गिरता है तो इस सीजन का औसत लक्ष्य पूरा हो जाएगा। इस बीच गुना जिले में सबसे ज्यादा 52 इंच वर्षा दर्ज की गई है। मंडला और अशोकनगर भी पीछे नहीं हैं, यहां 50 इंच से अधिक बारिश हो चुकी है।