नहीं हटेगी सराफा चौपाटी, महापौर बोले – “सराफा इंदौर की पहचान और धरोहर है”

आज इंदौर महापौर ने सराफा व्यापारी एसोसिएशन और चौपाटी एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ निगम मुख्यालय पर बैठक आयोजित की गई। लंबे समय से सराफा चौपाटी को हटाने के लिए व्यापारी एसोसिएशन आंदोलन कर रहा है। लंबे समय से सराफा चौपाटी को सुरक्षा की दृष्टि से व्यापारि एसोसिएशन बहिष्कार कर रहे है। बीते दिनों पहले ही महापौर के निर्देश में ये फैसला लिया गया था कि चौपाटी में 80 वैध दुकाने रहेगी और 120 दुकाने हटाई जाएगी। इसके लिए 31 अगस्त तक सभी दुकानदारों को दुकान हटाने की मोहलत भी दी गई।

अवैध दुकानों को हटाने की कार्यावाही शुरू करने के लिए महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने निगमायुक्त शिवम वर्मा को पत्र भी लिखा था। वहीं सराफा व्यापारियों ने भी जल्द से जल्द अवैध दुकानों को हटाने की कार्यवाही की मांग की। लेकिन आज सराफा चौपाटी प्रकरण पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि – नगर निगम ने स्पष्ट निर्णय ले लिया है। आज निगम मुख्यालय पर सराफा एसोसिएशन और चौपाटी एसोसिएशन को बुलाया गया है, सराफा दुनिया में इंदौर के पर्याय के रूप में जानी जाती है।

सुरक्षित और परम्परागत व्यंजन वहाँ मिले, इसके एग्जीक्यूशन के लिए आज दोनों एसोसिएशन के लोगो को बुलाया है। महापौर ने कहा कि पहले भी दोनों एसोसिएशन के साथ बैठक हो चुकी है ,पहले भी चर्चा के दौरान सहमति बनी थी कि सुरक्षित, स्वच्छ, स्वाद की राजधानी में सराफा चौपाटी जो इंदौर की पहचान और धरोहर है, उसे सुरक्षित रखते हुए “स्वच्छ सराफा चौपाटी” के रूप में विकसित किया जाएगा। महापौर ने साफ कहा कि “सराफा चौपाटी रहेगी, इसे पूरे देश में जाना जाता है और इसे और बेहतर स्वरूप दिया जाएगा।”