राजकुमार जैन
इंदौर की सड़कों पर हाल का एक दृश्य प्रेरणा देता है। लाल बत्ती पर रुके कुछ वाहन चालकों में एक फूड डिलिवरी बॉय भी शामिल था। उसकी सजगता देखकर पीछे आने वाले चालक भी थम गए। यह छोटी-सी पहल अनुशासन की बड़ी ताकत दिखाती है।
लेफ्ट टर्न खुला रहने से वाहनों का सहज प्रवाह बना रहा। यही आदर्श स्थिति है—जहां नियम पालन से सबको सुविधा मिलती है। इसके विपरीत, उतावलेपन में रास्ता घेर लेने से समय, ईंधन और ऊर्जा की राष्ट्रीय क्षति होती है।
सड़क पर अनुशासन केवल व्यक्तिगत सुरक्षा का प्रश्न नहीं है; यह राष्ट्रीय कर्तव्य है। जब हम यातायात नियमों का पालन करते हैं, तो हम देश की शक्ति और प्रगति में योगदान करते हैं। अनुशासन अपनाइए—क्योंकि यही सच्ची देशभक्ति है।