गुना जिले की सड़कों का हाल इस समय बद से बदतर होता जा रहा है। शहर और आसपास के इलाकों की ज्यादातर सड़कें गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं। इससे जहां वाहन चालकों को परेशानी उठानी पड़ रही है, वहीं दुर्घटना की आशंका भी लगातार बनी हुई है। वाहन चलाते समय गाड़ियों की टूट-फूट तो हो ही रही है, साथ ही चालक कमर और गर्दन दर्द जैसी बीमारियों का भी शिकार हो रहे हैं। यह स्थिति केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के संसदीय क्षेत्र की है, जहां उन्होंने पिछली बार प्रवास पर आते हुए सड़कों को दुरुस्त करने के निर्देश दिए थे, लेकिन अधिकारियों ने इस दिशा में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
गणेश प्रतिमा भी हिचकोलों का शिकार
अनंत चतुर्दशी पर गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन करने जब श्रद्धालु सिंगवासा तालाब की ओर निकले तो खराब सड़कों ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दीं। जगह-जगह गड्ढों से गुजरते समय वाहन इतने हिचकोले खा रहे थे कि कई प्रतिमाएं गिरते-गिरते बचीं। लोगों का कहना है कि सड़क की हालत इतनी दयनीय हो चुकी है कि पैदल चलना तक मुश्किल है। हल्की सी लापरवाही और गहरे गड्ढे में गिरने का खतरा हर किसी के सामने बना रहता है।
जय स्तंभ चौराहा से बीजी रोड तक खतरनाक हालात
जय स्तंभ चौराहा से बीजी रोड तक सड़कें गहरे गड्ढों में बदल गई हैं। इनमें बारिश का पानी भरने से गड्ढे नजर नहीं आते और लोग अनजाने में गिरकर घायल हो जाते हैं। बीजी रोड से लेकर पुल और बायपास से बजरंगगढ़ बायपास तक भी हालात बेहद खराब हैं। महावीरपुरा रेलवे ओवरब्रिज की स्थिति भी संतोषजनक नहीं है।
करोड़ों खर्च फिर भी सड़क बर्बाद
पीडब्ल्यूडी द्वारा बनाई गई नानाखेड़ी से दो खंभा तक और मारुति शोरूम से चिंताहरण हनुमान मंदिर तक की सड़क 27 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हुई थी। लेकिन यह सड़क पूरी तरह उखड़ गई है। न तो इसे सुधारने की कोई कोशिश की गई और न ही इस बड़े घोटाले की जांच शुरू हुई है। लोगों में इस लापरवाही को लेकर गहरी नाराजगी है।
डॉक्टरों की राय: गड्ढे से बढ़ रही बीमारियां
जिला अस्पताल के डॉक्टर रीतेश कांसल का कहना है कि खराब सड़कों और गड्ढों में भरे पानी के कारण लोग अक्सर बाइक से फिसलकर गिरते हैं। इससे स्पाइन से जुड़ी बीमारियां जैसे कमर दर्द, पीठ दर्द और गर्दन की समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। अस्पताल में रोजाना ऐसे कई मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं।
नगरपालिका क्षेत्र की दुर्दशा
हनुमान चौराहा से जय स्तंभ चौराहा तक की सड़क नगरपालिका के अधीन है। इस क्षेत्र में बीच सड़क पर ही गहरे गड्ढे हो गए हैं। बड़े पुल से लेकर जय स्तंभ चौराहा तक सड़क पूरी तरह से टूट चुकी है। यहां फिसलकर गिरना आम बात हो गई है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी अनदेखी कर रहे हैं।
हाट रोड और निचला बाजार की दिक्कतें
हाट रोड से निचला बाजार तक की सड़क जगह-जगह गड्ढों से छलनी हो चुकी है। सड़क के एक हिस्से पर अतिक्रमण और दूसरे हिस्से पर गंदगी की परत जमी है। निचला बाजार की सड़क पर एक दर्जन से अधिक गहरे गड्ढे हैं। रोजाना नेता और अधिकारी यहां से गुजरते हैं, मगर किसी को सड़कों की सुध लेने की फुर्सत नहीं।
एबी रोड पर भी गड्ढों का साम्राज्य
राष्ट्रीय राजमार्ग एबी रोड, जो शहर के बीचों-बीच से गुजरता है, भी खराब हालत में है। कई जगह तो सड़क का नामोनिशान ही मिट चुका है। इस पर वाहन चलाना बेहद जोखिम भरा साबित हो रहा है। अफसर और जिम्मेदार लोग इसी सड़क से रोजाना गुजरते हैं, लेकिन फिर भी हालात जस के तस बने हुए हैं।