इंदौर के लता मंगेशकर सभागार में सोमवार, 15 सितम्बर को “वन नेशन, वन इलेक्शन” विषय पर प्रदेश स्तरीय छात्र सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इस आयोजन का उद्देश्य है कि छात्रों के बीच इस अहम विषय को लेकर चर्चा और विचार-विमर्श हो, ताकि युवा वर्ग भी इस राष्ट्रीय मुद्दे से जुड़ सके।
कार्यक्रम का स्वरूप और समय
फोरम के प्रदेश कन्वीनर रोइन राय ने जानकारी दी कि यह आयोजन मध्यप्रदेश में फोरम का पहला बड़ा सम्मेलन होगा। कार्यक्रम का शुभारंभ सुबह 11 बजे होगा और यह दो अलग-अलग सत्रों में संपन्न होगा। पहले सत्र में राष्ट्रीय और प्रदेश स्तरीय नेता अपने विचार रखेंगे, जबकि दूसरे सत्र में छात्रों को अपने विचार और दृष्टिकोण प्रस्तुत करने का अवसर मिलेगा।
दिग्गज नेताओं की होगी उपस्थिति
कार्यक्रम में मध्यप्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल, संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश प्रभारी महेंद्र सिंह, प्रदेश महामंत्री हितानंद शर्मा, कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, मंत्री तुलसीराम सिलावट और सांसद शंकर ललवानी मुख्य वक्ता के रूप में शामिल होंगे। उनकी मौजूदगी से यह सम्मेलन और अधिक प्रभावशाली बनेगा।
एक साथ चुनाव का महत्व
इंदौर के महापौर और वन नेशन वन इलेक्शन की प्रदेश कमेटी के सह-संयोजक पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि यह विषय केवल आर्थिक बचत का मुद्दा नहीं है, बल्कि इससे समय और संसाधनों की भी बड़ी बचत हो सकती है। उन्होंने बताया कि 2019 से 2024 तक अलग-अलग चुनावों पर करीब 6 से 8 लाख करोड़ रुपये खर्च हुए। यदि सभी चुनाव एक साथ आयोजित होते, तो देश को डेढ़ लाख करोड़ रुपये से अधिक की बचत होती, जो भारत सरकार के आधे स्वास्थ्य बजट के बराबर है।
युवा ही परिवर्तन की धुरी
महापौर ने आगे कहा कि देश में हमेशा बड़े परिवर्तन युवाओं के नेतृत्व में ही संभव हुए हैं। इसलिए छात्रों तक इस विषय को ले जाना और उन्हें इससे जोड़ना बेहद जरूरी है। उन्होंने विश्वास जताया कि “वन नेशन, वन इलेक्शन” जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर छात्र न केवल भागीदारी करेंगे, बल्कि इसके नेतृत्व में भी अहम भूमिका निभाएंगे।