17 गावों की जमीनों के स्थायी अधिग्रहण पर किसानों की चेतावनी – ‘बंद कर देंगे दूध-सब्जी की सप्लाई’

उज्जैन में सिंहस्थ 2028 को लेकर 17 गांवो के किसानों की जमीनों का स्थायी अधिग्रहण किया जा रहा है। जिसे लेकर किसान आक्रोशित हो चुके है। वे सरकार की इस नीति को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे है।  सिंहस्थ 2028 को लेकर इस लैंड पुलिंग एक्ट के विरोध में आरएसएस का अनुषांगिक संगठन भारतीय किसान संघ ने आज पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन कर कलेक्टर कार्यालयों में ज्ञापन सौंपा है।

वहीं कल 16 सितंबर को उज्जैन में करीब 500 से ज्यादा ट्रेक्टरों की रैली निकाली जाएगी। उज्जैन में होने वाले विरोध प्रदर्शन में भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय महामंत्री मोहिनी मोहन मिश्रा, प्रदेशअध्यक्ष कमल सिंह आंजना, प्रांत मंत्री भरत सिंह बेस भी रैली में शामिल होंगे। किसान संघ आंदोलन में करणी सेना परिवार का भी समर्थन मिल रहा है।
किसानों ने अपनी कृषि भूमि के स्थायी अधिग्रहण पर रोक लगाने के साथ ही 15 सूत्रीय मांगे भी रखी है। इस रैली में लगभग 10 हजार किसानों के पहुंचने की संभावना है। जिसे देखते हुए उज्जैन जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन अलर्ट हो चुका है। रैली का आव्हान भारतीय किसान संघ जिला उज्जैन मालवा प्रांत ने किया है। संघ ने साफ चेतावनी दी है कि हमारी मांगे नहीं मानी गई तो गांव शहर में दूध- सब्जी की सप्लाई बंद कर देंगे।

रैली सुबह 11 बजे सामाजिक न्यास परिसर से शुरू होगी और कलेक्टर कार्यालय कोठी क्षेत्र में समाप्त होगी। भारतीय किसान संघ के प्रदेश अध्यक्ष कमल सिंह आंजना ने बताया कि सोमवार को प्रदेश भर में प्रदर्शन जारी है। 16 सितंबर उज्जैन और 18 को इंदौर में आंदोलन होगा। इसमें उज्जैन-इंदौर की करीब एक लाख बीघा जमीन की लैंड पुलिंग पर बात की जाएगी।

इस रैली में सिंहस्थ क्षेत्र से  जुड़े 17 गांवो के किसानों के साथ अन्य किसान महिला – पुरूष शामिल होंगे।उज्जैन में भारतीय किसान संघ की विरोध प्रदर्शन ट्रेक्टर रैली सामाजिक न्याय परिसर से आगर रोड़, चामुंडा माता चौराहा, तरणताल होते हुए कोठी क्षेत्र स्थित कलेक्टर कार्यालय के समक्ष समाप्त होगी। यहां सभा होगी और 15 सूत्रीय मांगो का ज्ञापन उज्जैन कलेक्टर को सौंपा जाएगा।