Indore News : इंदौर कलेक्टर शिवम वर्मा के निर्देश पर जिले में बुजुर्ग माता-पिता की समस्याओं के समाधान के लिए एक विशेष पहल की जा रही है। इसके तहत जनसुनवाई के दिन मंगलवार 16 सितम्बर को सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारी कार्यालयों में विशेष शिविर आयोजित किये जाएंगे।
इन शिविरों में बुजुर्ग माता-पिता की समस्याओं को सुना जायेगा और उनका मध्यस्थता के माध्यम से निराकरण होगा। आवश्यकता होने पर भरण-पोषण अधिनियम के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर बुजुर्ग माता-पिता को आवश्यक मदद उपलब्ध करायी जायेगी। कलेक्टर शिवम वर्मा ने इस संबंध में आज कलेक्टर कार्यालय में संबंधित अधिकारियों की बैठक भी ली।
बैठक में उन्होंने निर्देश दिये कि – शिविरों का प्रभावी क्रियान्वयन किया जाये। प्रयास यह किया जाये कि हर माता-पिता को उसके अधिकार का लाभ मिले। कोई भी माता-पिता अपने अधिकारों से वंचित नहीं रहे और वे सम्मानपूर्वक जीवन व्यतीत कर सके।
कलेक्टर शिवम वर्मा ने कहा कि – शिविर आयोजनों का सिलसिला इसी तरह अभियान के रूप में लगातार जारी रहेगा। बताया गया कि जनसुनवाई के दौरान अक्सर यह सामने आता है कि वृद्धजन भरण-पोषण से जुड़ी शिकायतों के निराकरण के लिए बड़ी संख्या में आवेदन प्रस्तुत करते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर वर्मा ने सभी अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में विशेष भरण-पोषण अधिनियम शिविर आयोजित करें। इन शिविरों के माध्यम से वृद्धजनों से जुड़े भरण-पोषण संबंधी मामलों का शीघ्र और प्रभावी निराकरण किया जाएगा।
कलेक्टर के निर्देशों के अनुसार, पहला विशेष शिविर जनसुनवाई के दिन मंगलवार 16 सितंबर 2025 को आयोजित किया जाएंगा। ये शिविर सभी अनुविभागीय अधिकारी अपने-अपने कार्यालयो में लगाएंगे। इस पहल से उन बुजुर्ग माता-पिता को राहत मिलेगी, जो अपने भरण-पोषण से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए बार-बार कार्यालयों के चक्कर लगाने को मजबूर होते थे। ये अभिनव पहल वृद्धजनों की सामाजिक सुरक्षा और सम्मानजनक जीवन सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।