सितंबर 2025 में पुणे में Amazon इंडिया और आर्मी वैलफेयर प्लेसमेंट ऑर्गेनाईज़ेशन (AWPO) के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) हुआ। इस पहल का उद्देश्य है – पूर्व सैनिकों, सैनिकों के जीवनसाथियों और युद्ध में अपने पति को खो चुकी सैन्य विधवाओं को रोजगार और करियर के अवसर उपलब्ध कराना।
उद्देश्य और प्रतिबद्धता
इस साझेदारी के तहत एमेज़ॉन, एवीपीओ के सहयोग से मिलिट्री समुदाय के तीन स्तंभों पर ध्यान केंद्रित करेगा:
- पूर्व सैनिक
- सैनिकों की पत्नियाँ
- सैन्य विधवाएँ
एमेज़ॉन उन्हें प्रशिक्षण, विकास और नागरिक जीवन में सहज रूप से शामिल होने में सहयोग प्रदान करेगा। कंपनी वेबिनार, वर्कशॉप और जागरूकता सत्रों के माध्यम से उम्मीदवारों को उपलब्ध नौकरियों और करियर संभावनाओं से अवगत कराएगी।
एमेज़ॉन का बयान
दीप्ति वर्मा, वीपी – पीपुल एक्सपीरियंस एंड टेक्नोलॉजी (एमेज़ॉन स्टोर्स इंडिया, जापान और इमर्जिंग मार्केट्स) ने कहा: “पूर्व सैनिक और उनके जीवनसाथी अनुशासन, नेतृत्व और जिम्मेदारी जैसे गुण लेकर आते हैं। यह एमेज़ॉन की संस्कृति के अनुरूप है। आर्मी वैलफेयर प्लेसमेंट ऑर्गेनाईज़ेशन के साथ यह साझेदारी उन्हें सार्थक करियर अवसर दिलाने की दिशा में बड़ा कदम है।”
एवीपीओ का दृष्टिकोण
मेजर जनरल अजय सिंह चौहान (शौर्य चक्र, सेना मेडल, रिटायर्ड), मैनेजिंग डायरेक्टर – एवीपीओ ने कहा, “यह सहयोग हमारे मिशन को मजबूती देगा। सैनिकों और उनके परिवारों में दृढ़ संकल्प और बहुमुखी कौशल है। यह साझेदारी उन्हें कॉर्पोरेट जगत में मजबूत पहचान दिलाएगी और आर्थिक आत्मनिर्भरता बढ़ाएगी।”
पहले से जुड़े सैन्य परिवार
भारत में पहले ही सैकड़ों पूर्व सैनिक एमेज़ॉन में काम कर रहे हैं। कंपनी इंटरव्यू की तैयारी, मेंटरशिप नेटवर्क (Warriors at Amazon) और करियर विकास कार्यक्रमों के माध्यम से उन्हें सहयोग प्रदान करती है।
एक सैनिक पत्नी का अनुभव
प्रियंका बाली, सीनियर प्रोडक्ट मैनेजर (एमेज़ॉन डिवाइसेज़) और सैनिक की पत्नी, ने कहा, “सैनिक परिवार की चुनौतियों के बीच करियर संभालना मुश्किल होता है। लेकिन एमेज़ॉन की लचीलापन और समर्थन ने मुझे एक स्थिर और संतुष्टिदायक करियर बनाने का अवसर दिया। यह कंपनी सैन्य परिवार के मूल्यों को गहराई से समझती है।”
समावेशी कार्यस्थल की दिशा
यह एमओयू एमेज़ॉन की विविधता और समावेशिता की प्रतिबद्धता को मजबूत करता है। महिलाओं, विकलांगों, LGBTQIA+, पूर्व सैनिकों, सैनिक पत्नियों और सैन्य विधवाओं को रोजगार देकर कंपनी एक समावेशी और संवेदनशील कार्यस्थल बनाने की दिशा में अग्रसर है।