भारत में इस बार साल का आखिर सूर्य ग्रहण देखने को नहीं मिलेगा। भारत में सूर्य ग्रहण का काफी धार्मिक महत्व माना जाता है। रविवार को पितृ विसर्जनी अमावस्या के दिन साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लग रहा है। देश में न दिखने से सूतक काल नहीं होगा और धार्मिक कार्य अपने समयानुसार होंगे।
नहीं दिखेगा सूर्य ग्रहण तो नहीं लगेगा ग्रहण
21 सितंबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं देखा जा सकेगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सूर्य ग्रहण ना दिखने के कारण सूतक भी नहीं लगेगा।
रात में 10.59 पर लगेगा ग्रहण
भारतीय समायनुसार इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण रात 10:59 से शुरू होगा और 22 सितंबर 3.23 बजे समाप्त होगा। रात्रि के 1.11 पर सूर्य ग्रहण अपने चरण पर होगा।
अन्य देशों में दिखेगा ग्रहण
सूर्य ग्रहण मुख्य रूप से गोलार्ध में दिखाई देगा, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, फिजी में सूर्य ग्रहण को देखा जा सकेगा।
नहीं मिलेगा धार्मिक लाभ
21 सितंबर को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगेगा। लेकिन भारत में इसको नहीं देखा जा सकेगा। चूंकि भारत में इसको नहीं देखा जाएगा इस कारण इसका कोई धार्मिक या ज्योतिषीय प्रभाव भी नहीं माना जाएंगा। ऐसे में सूतक भी नहीं लगेगा।
नहीं हो पाएंगे विशेष अनुष्ठान
हमारे देश में ग्रहण काल को विशेष माना जाता है। सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण में कई धार्मिक अनुष्ठान विशेष मंदिरो में किए जाते है लेकिन इस वर्ष सूर्य ग्रहण भारत में ना दिखने और धार्मिक महत्तव ना होन से भारत के कई लोग निराशा भी महसूस कर रहे है।