फेस्टिव सीजन में सोना सस्ता होगा या महंगा, क्या कहता है रुझान?

सोने का बाजार इस समय निवेशकों के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि आने वाले हफ्ते में सोने की कीमतों में तेजी का रुख कायम रह सकता है। इसके पीछे कई वैश्विक और घरेलू कारण बताए जा रहे हैं।

मौद्रिक नीतियां और त्योहारों की मांग का असर

दुनिया भर में ढीली मौद्रिक नीतियों के चलते निवेशक सोने की ओर अधिक झुक रहे हैं। एशियाई देशों में त्योहारों का मौसम शुरू हो चुका है, जिससे भौतिक मांग बढ़ रही है। यह मांग आगे भी कीमतों को सहारा देती दिख सकती है।

केंद्रीय बैंकों और ईटीएफ का योगदान

विश्लेषकों का मानना है कि सोने में मजबूती बनाए रखने में केंद्रीय बैंकों की खरीदारी अहम भूमिका निभा रही है। इसके साथ ही ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) निवेशक भी सोने को सुरक्षित विकल्प मानकर इसमें निवेश जारी रख रहे हैं। हालांकि, मौजूदा ऊंचे स्तरों पर कुछ हद तक निवेशकों की खरीदारी कमजोर पड़ती नजर आ रही है।

भू-राजनीतिक तनाव और व्यापार वार्ता

भू-राजनीतिक अनिश्चितताएं भी सोने की मांग को बढ़ा रही हैं। अमेरिका और भारत के बीच होने वाली आगामी व्यापार वार्ताएं तथा अमेरिका-चीन की बातचीत निवेशकों की नजर में रहेंगी। इन बैठकों से निकलने वाले संकेत सोने की दिशा तय करने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।

अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों की अहमियत

सोने की कीमतों पर असर डालने वाला एक और बड़ा पहलू अमेरिकी आर्थिक आंकड़े रहेंगे। इसमें मकान बिक्री, व्यक्तिगत उपभोग खर्च और उपभोक्ता धारणा जैसे डेटा शामिल होंगे। यदि ये आंकड़े कमजोर निकलते हैं, तो निवेशक सोने को ज्यादा सुरक्षित मानकर इसमें निवेश बढ़ा सकते हैं, जिससे दाम और ऊपर जा सकते हैं।

घरेलू बाजार की स्थिति

पिछले सप्ताह एमसीएक्स पर अक्टूबर डिलीवरी वाला सोने का वायदा 1,616 रुपये यानी लगभग 1.5% चढ़कर 1,09,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। बीच सप्ताह में सोना कुछ कमजोर हुआ था, लेकिन अंत में इसमें मजबूती लौटी। इसका कारण अमेरिकी महंगाई और रोजगार के आंकड़ों पर बाजार का ध्यान केंद्रित होना रहा।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेजी

वैश्विक बाजारों में भी सोना रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा। बीते बुधवार को सोने का वायदा 3,744 डॉलर प्रति औंस के सर्वकालिक उच्च स्तर तक पहुंच गया। हालांकि, सप्ताहांत में यह थोड़ी गिरावट के साथ 3,705.80 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ।

आगे की संभावना

विशेषज्ञों का मानना है कि त्योहारों का सीजन और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताएं सोने की चमक को बनाए रखेंगी। निवेशक इसे सुरक्षित पनाहगाह मानकर खरीदारी जारी रख सकते हैं। इसलिए आने वाले हफ्ते में भी सोने के भाव में मजबूती बने रहने की संभावना जताई जा रही है।