बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाला है। जिसके चलते सभी राजनीतिक दल जोरों-शोरों से तैयारियों में जुटे है। इसी दौरान बिहार में एक नाम एसआईआर (SIR) खूब सुना जा रहा है। SIR को लेकर राजनीतिक घमासान छिड़ा हुआ है।
SIR यानी स्पेशन इंटेंसिव रिवीजन यानी विशेष गहन पुनरीक्षण। जिसके तहत मतदाता सूची में सुधार किया जाता है। इस मुद्दे को लेकर विपक्ष लगातार प्रदर्शन कर रहा है। बीते 11 अगस्त को भी 25 विपक्षी दलों के साथ 300 से ज्यादा सांसदों ने दिल्ली में SIR और 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान मतदात धोखाधड़ी के आरोपों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को हिरासत में लिया गया।
वहीं इस मुद्दे के चलते आशंका जताई जा रही है कि पूरे देश में चुनाव से पहले अब SIR कराई जाने की संभावना है। बात करें बिहार के विधानसभा 2025 के चुनाव की तो ये चुनाव इस साल अक्टूबर- नबंवर में होने वाले है। ET की रिपोर्ट के मुताबिक त्योहारों के मौसम को देखते हुए 22 नवंबर तक नई विधानसभा का गठन होने की समय-सीमा को ध्यान में रखते हुए आयोग दशहरा 2 अक्टूबर और दिवाली 19 अक्टूबर के बीच चुनाव कार्यक्रम का ऐलान कर सकती है। ऐसी अटकलें लगाई जा रही है कि छठ पुजा भी चुनावी कैलेंडेर के बीच में पड़ सकती है। अगले महीने 25-28 अक्टूबर के बीच लोक आस्था का महापर्व छठ है।
वहीं चुनाव आयोग की तारीखों का एलान बिहार में चल रहे विशेष गहर पुनरीक्षण पर निर्भर है। क्योंकि अंतिम मतदाता सूची 30 सितंबर तक प्रकाशित होनी है। माना जा रहा है कि इन बाधाओं को पार करने के बाद ही आयोग चुनाव की तारीखों की घोषणा करेगा। लेकिन मुख्य चुनाव आयुक्त के दल-बल समेत बिहार का दौरा करने करने की खबरों ने इन अटकलों को और तेज कर दिया है।
आपको बता दें कि पिछली बार बिहार बिधानसभा चुनाव 2020 में तीन चरणों में हुए थे। पहले चरण की वोटिगं 28 अक्टूबर को कराई गई थी। दूसरे चरण का मतदान 3 नवंबर और तीसरे चरण का मतदान 7 नवंबर को कराया गया था। इस बीच इन दिनों एसी अटकलें चल रही है कि 5 से 15 नबंवर के बीच तीन चरणों में चुनाव कराएं जाएंगे।