अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले तो टैरिफ की मार से भारतीय अर्थव्यवस्था को झकझोरा था, लेकिन अब H-1B वीजा फीस में भारी बढ़ोतरी कर एक और झटका दे दिया है। टैरिफ से देश धीरे-धीरे संभल ही रहा था कि वीज़ा पर लिया गया यह बड़ा फैसला भारतीय करेंसी पर भारी पड़ा। विदेशी फंड्स की निकासी तेज हो गई और रुपया नए रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया।
रुपये की भारी गिरावट
मंगलवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 47 पैसे टूटकर 88.75 के अब तक के सबसे निचले स्तर पर बंद हुआ। यह गिरावट भारतीय आईटी सेक्टर के लिए चिंताजनक है, क्योंकि H-1B वीजा आईटी सर्विसेज एक्सपोर्ट की रीढ़ माना जाता है। रुपये की कमजोरी ने निवेशकों को सुरक्षित निवेश यानी सोने और चांदी की ओर मोड़ दिया।
सोना रिकॉर्ड ऊंचाई पर
दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोना मंगलवार को 2,700 रुपये की उछाल के साथ 1,18,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है।
- 99.9% शुद्ध सोना पिछले सेशन में 1,16,200 रुपये पर बंद हुआ था, जो अब बढ़कर 1,18,900 रुपये हो गया।
- वहीं 99.5% शुद्ध सोना 2,650 रुपये चढ़कर 1,18,300 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।
- ट्रेडर्स का कहना है कि डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरावट ने लोकल मार्केट में सोने की मांग को और बढ़ावा दिया है।
चांदी ने भी बनाया नया रिकॉर्ड
सोने के साथ-साथ चांदी की चमक भी तेज हो गई है। मंगलवार को चांदी की कीमत 3,220 रुपये की बड़ी छलांग लगाकर 1,39,600 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी टैक्स सहित) के ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गई। इससे पहले यह 1,36,380 रुपये प्रति किलोग्राम पर थी।
इंटरनेशनल मार्केट का हाल
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी कीमती धातुओं का दबदबा दिखा।
- स्पॉट गोल्ड 1% से ज्यादा उछलकर 3,791.10 डॉलर प्रति औंस के ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गया।
- वहीं स्पॉट सिल्वर भी 0.57% चढ़कर 44.32 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रही थी।
वायदा बाजार में भी तेजी
- एमसीएक्स पर भी सोने-चांदी की रफ्तार तेज रही।
- 3 अक्टूबर 2025 को एक्सपायर होने वाला 24 कैरेट गोल्ड 1,536 रुपये की बढ़त के साथ 1,13,766 रुपये पर पहुंच गया।
- वहीं, 5 दिसंबर 2025 को एक्सपायर होने वाला सिल्वर कॉन्ट्रैक्ट 1,573 रुपये बढ़कर 1,35,128 रुपये प्रति किलोग्राम पर ट्रेड कर रहा था।