सोना-चांदी के दाम में उछाल, नवरात्रि के तीसरे दिन बढ़ी चमक, जानें आज का लेटेस्ट रेट

भारत में सोने और चांदी की कीमतों में लगातार हलचल देखने को मिल रही है। लंबे समय से सोना महंगाई के खिलाफ सुरक्षित निवेश (Safe Investment) माना जाता है और यही कारण है कि त्योहारों के मौसम में इसकी डिमांड और भी बढ़ जाती है। निवेशकों और आम ग्राहकों की पहली पसंद बने इस पीले धातु की कीमतें नवरात्रि के तीसरे दिन यानी 24 सितंबर 2025 को एक बार फिर उछाल पर रहीं।

सोने के रेट में जोरदार तेजी

देश की बुलियन मार्केट (Bullion Market) में आज सोने की कीमतों में अच्छा-खासा उछाल देखा गया। ज्यादातर बड़े शहरों में 10 ग्राम 24 कैरेट सोना 1,15,000 रुपये से ऊपर कारोबार करता नजर आया। वहीं, 22 कैरेट सोने की कीमत 1,06,000 रुपये के करीब रही। छोटे निवेशक और आम खरीदारों के लिए 18 कैरेट सोना 87,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास उपलब्ध रहा।

चांदी का रेट भी चढ़ा

सोने की तरह चांदी ने भी आज रिकॉर्ड स्तर छुआ। चांदी 1,40,100 रुपये से लेकर 1,50,100 रुपये प्रति किलो के बीच कारोबार कर रही है। चेन्नई में चांदी का भाव सबसे ऊंचा 1,50,100 रुपये प्रति किलो दर्ज किया गया, जबकि दिल्ली, मुंबई और कोलकाता जैसे शहरों में यह 1,40,100 रुपये प्रति किलो पर रहा।

प्रमुख शहरों में सोने की कीमत

• दिल्ली – 22 कैरेट: ₹1,06,210 | 24 कैरेट: ₹1,15,850
• मुंबई – 22 कैरेट: ₹1,06,000 | 24 कैरेट: ₹1,15,700
• चेन्नई – 22 कैरेट: ₹1,06,410 | 24 कैरेट: ₹1,16,090
• कोलकाता – 22 कैरेट: ₹1,06,000 | 24 कैरेट: ₹1,15,700
• बेंगलुरु – 22 कैरेट: ₹1,03,350 | 24 कैरेट: ₹1,13,080

चांदी के शहरवार भाव

• चेन्नई – ₹1,50,100 प्रति किलो
• दिल्ली/मुंबई/कोलकाता/बेंगलुरु – ₹1,40,100 प्रति किलो

नवरात्रि में सोने की डिमांड क्यों बढ़ती है?

त्योहारों का मौसम भारतीय बाजार में सोने-चांदी की मांग को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा देता है। नवरात्रि और शादी-ब्याह के सीजन में ज्वैलर्स की दुकानों पर खरीदारों की भीड़ बढ़ जाती है। लोग इसे सिर्फ गहनों के रूप में ही नहीं, बल्कि निवेश (Investment) के नजरिए से भी खरीदते हैं। यही कारण है कि त्योहारों के दौरान सोने के दाम तेजी से ऊपर जाते हैं।

कुल मिलाकर, 24 सितंबर 2025 को सोना-चांदी दोनों महंगे हुए हैं। जहां सोना 1.15 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंचा, वहीं चांदी ने 1.50 लाख रुपये प्रति किलो तक की ऊंचाई छू ली। त्योहारों के मौसम में बढ़ती डिमांड के चलते निवेशकों और ग्राहकों दोनों की नजरें इनकी कीमतों पर टिकी हुई हैं।