मध्य प्रदेश में आमतौर पर सितंबर के तीसरे सप्ताह से मानसून की विदाई शुरू हो जाती है, लेकिन इस बार मौसम की गति धीमी रही। सितंबर के चौथे सप्ताह के चार दिन अभी बाकी हैं और अक्टूबर के पहले सप्ताह तक मानसून पूरी तरह लौट सकता है। बुधवार को नीमच, भिंड, मुरैना और श्योपुर से मानसून ने विदाई ली। अगले 2-3 दिन में लगभग 10 और जिलों से मानसून की विदाई होने की संभावना है। इस बीच मौसम विभाग ने राज्य के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान जताया है, जबकि बाकी जगहों पर मौसम साफ रहेगा और धूप खिली रहेगी।
अगले दो दिनों में बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने 26 और 27 सितंबर के लिए मध्य प्रदेश के कई जिलों में तेज और भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। बारिश का यह सिलसिला अक्टूबर के पहले सप्ताह तक चलता रह सकता है, इसके बाद मौसम सामान्य हो जाएगा। विशेषज्ञों के अनुसार यह दौर खासकर उन इलाकों में अधिक सक्रिय रहेगा, जहां पहले से पानी का जमाव या नमी अधिक है।
आज का मौसम और हल्की बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने बुधवार और गुरुवार के लिए कई जिलों में हल्की बारिश की संभावना जताई है। इसके अलावा, प्रदेश से गुजर रही ट्रफ लाइन, बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव क्षेत्र और स्थानीय साइक्लोनिकल सिस्टम के कारण बारिश का सिलसिला जारी है। आज कई जगह मानसून की विदाई का दौर भी देखने को मिल सकता है, लेकिन यह अस्थायी और बारीकी से प्रभावित रहेगा।
प्रभावित जिले और मौसम का असर
IMD की रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिमी मध्य प्रदेश के इंदौर, उज्जैन, खरगोन, धार, बड़वानी और रतलाम जिलों में थंडरस्टॉर्म और तेज हवाओं का खतरा है। वहीं, पूर्वी मध्य प्रदेश के जबलपुर, मंडला, छिंदवाड़ा, बालाघाट, सागर, रीवा और शहडोल में भारी वर्षा, बिजली गिरने और तेज हवा चलने की संभावना है। भोपाल और आसपास के क्षेत्रों में भी अगले दो दिन गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
बारिश के कारण और मौसम प्रणाली
राज्य में बारिश का सिलसिला मुख्य रूप से बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव क्षेत्र, स्थानीय साइक्लोनिकल सिस्टम और प्रदेश से गुजर रही ट्रफ लाइन के कारण सक्रिय है। इन सिस्टम्स के चलते कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश और आंधी-तूफान जैसी परिस्थितियां देखने को मिल सकती हैं। मौसम विभाग ने नागरिकों से सतर्क रहने और जरूरी सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी है।