एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए मुकाबलों के दौरान कई विवाद सामने आए, जिनकी गूंज अब तक सुनाई दे रही है। इस पूरे घटनाक्रम में भारतीय टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव का नाम भी जुड़ गया है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने उनके खिलाफ आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद 25 सितंबर को आईसीसी की सुनवाई में सूर्या को पेश होना पड़ा।
PCB की शिकायत और विवाद की जड़
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने सूर्यकुमार यादव पर दो आरोप लगाए। पहला मामला 14 सितंबर को दुबई में खेले गए मैच के बाद का है, जब सूर्यकुमार ने अपनी जीत को पहलगाम आतंकी हमले के शहीदों और ऑपरेशन सिंदूर में शामिल भारतीय सशस्त्र बलों को समर्पित किया था। पीसीबी ने इसे राजनीतिक बयानबाज़ी करार देते हुए आईसीसी में शिकायत दर्ज की।
दूसरा आरोप टॉस के समय का है, जब सूर्यकुमार यादव ने पाकिस्तानी कप्तान से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया था। इस रवैये पर पीसीबी ने आपत्ति जताई और कार्रवाई की मांग की।
आईसीसी के सामने पेश हुए सूर्या
शिकायत के बाद, सूर्यकुमार यादव की सुनवाई आईसीसी के एलीट पैनल के मैच रेफरी रिची रिचर्डसन के सामने हुई। अब 26 सितंबर को अंतिम फैसला सुनाया जाएगा। अगर फैसला उनके खिलाफ आता है, तो उन्हें चेतावनी या मैच फीस का जुर्माना भुगतना पड़ सकता है। वहीं, अगर रेफरी मानते हैं कि सूर्या ने कोई नियम नहीं तोड़ा, तो उन्हें राहत मिल सकती है।
भारतीय शिकायत: पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर भी गिरेगी गाज?
इस पूरे विवाद में सिर्फ भारतीय कप्तान ही नहीं, बल्कि पाकिस्तानी खिलाड़ियों का नाम भी शामिल है। बीसीसीआई ने साहिबजादा फरहान और हारिस रऊफ के खिलाफ आईसीसी से शिकायत दर्ज कराई है। सुपर-4 मुकाबले के दौरान फरहान ने अर्धशतक के बाद ‘गन सेलिब्रेशन’ किया था, जबकि हारिस रऊफ ने विमान गिराने जैसा विवादित इशारा किया था। इन दोनों खिलाड़ियों की सुनवाई भी 26 सितंबर को होगी।
कब होगा फैसला?
अब क्रिकेटप्रेमियों की निगाहें 26 सितंबर पर टिकी हैं, जब आईसीसी दोनों पक्षों की शिकायतों पर अंतिम फैसला सुनाएगा। एक ओर भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव के भविष्य पर फैसला होना है, तो वहीं दूसरी ओर पाकिस्तानी खिलाड़ियों के खिलाफ संभावित कार्रवाई भी तय होगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि आईसीसी इस पूरे विवाद पर क्या रुख अपनाती है।