आज शारदीय नवरात्रि का पांचवा दिन है और इस दिन मां दुर्गा के चौथे स्वरूप, देवी कूष्मांडा की उपासना की जाती है। पंचांग के अनुसार आज चतुर्थी तिथि है और इसी वजह से इस दिन को मां कूष्मांडा के पूजन के लिए शुभ माना गया है। मां कूष्मांडा को आठ भुजाओं वाली देवी के रूप में जाना जाता है, जिनका वाहन सिंह है। इन्हें साहस, शक्ति और सृजन की देवी कहा जाता है। पौराणिक मान्यता है कि संपूर्ण सृष्टि की उत्पत्ति इन्हीं की दिव्य शक्ति से हुई है। कूष्मांडा शब्द का अर्थ है ‘कुम्हड़ा’, जिसमें असंख्य बीज होते हैं और यह नए जीवन की उत्पत्ति का प्रतीक है।
देवी कूष्मांडा की पूजा का महत्व
मां कूष्मांडा की साधना से जीवन की तमाम कठिनाइयाँ दूर होती हैं। ऐसा माना जाता है कि जो साधक पूरे मनोयोग से इनकी पूजा करता है, उसके रोग-दोष और दुख समाप्त हो जाते हैं। इसके साथ ही जीवन में यश, कीर्ति और सुख-समृद्धि आती है। मां का स्वरूप इतना तेजस्वी और कल्याणकारी है कि उनकी कृपा से भक्तों का मार्ग प्रकाशमय हो जाता है।
मां कूष्मांडा की स्तुति और मंत्र
नवरात्रि के इस विशेष दिन पर मां कूष्मांडा के लिए बताए गए मंत्रों का जाप करने से अपार पुण्य और आशीर्वाद प्राप्त होता है। भक्त इन मंत्रों का जाप अवश्य करें:
• प्रार्थना मंत्र: सुरासम्पूर्ण कलशं रुधिराप्लुतमेव च। दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे॥
• स्तुति मंत्र: या देवी सर्वभूतेषु मां कूष्माण्डा रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
• बीज मंत्र: ऐं ह्रीं देव्यै नमः॥
पूजा के लिए शुभ मुहूर्त
देवी की आराधना करने के लिए दिनभर कई शुभ समय उपलब्ध हैं। आज ब्रह्म मुहूर्त 04:36 बजे से आरंभ हुआ। सुबह 06:11 बजे से 10:42 बजे तक पूजा के लिए श्रेष्ठ समय है। इसके अलावा दोपहर 12:12 बजे से 01:42 बजे तक लाभ और अमृत का उत्तम मुहूर्त रहेगा। वहीं, अभिजीत मुहूर्त आज 11:48 बजे से 12:36 बजे तक है। इन समयों में की गई पूजा का फल अत्यंत शुभ और मंगलकारी माना जाता है।
तिथि और दिन के आधार पर पूजा में अंतर
नवरात्रि में देवी की उपासना दिन के क्रम से नहीं, बल्कि तिथियों के अनुसार की जाती है। आमतौर पर पांचवे दिन मां स्कंदमाता की पूजा होती है, लेकिन इस बार पंचांग के भेद के कारण स्थिति अलग है। इस वर्ष कुछ पंचांगों में तृतीया दो दिन और कुछ में चतुर्थी दो दिन पड़ रही है। इसलिए आज नवरात्रि के पांचवे दिन होने के बावजूद चतुर्थी तिथि में मां कूष्मांडा की पूजा की जाएगी। मां स्कंदमाता की पूजा कल, 27 सितंबर शनिवार को की जाएगी।